प्‍यार के रंग

Webdunia
- अंकित श्रीवास्‍त व
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प्‍यार के रंग में रंगने की आस सभी धड़कते दिलों की होती है। दो प्‍यार करने वाले दिल भी उनके पसंद और नापसंद से एक-दूसरे को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। वहीं जिन्‍हें प्‍यार की पाठशाला में प्रवेश लेने की चाहत होती है, वो भी चाहते हैं कि ‘व ो ’ उनकी भावनाओं को समझेगा या फिर प्‍यार की गाड़ी दूर तक ले जाएगा। तो इसके लिए तुरंत पूछिए अपने चाहने वाले से उसकी पसंद का रंग और जानिए बहुत कुछ अपने प्रेमी और प्रेमिका के बारे में।

प्‍यार के इस इक्‍वेशन को रंगों से समझने में हम आपकी मदद करते हैं। बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं। हाँ तो, जरा गौर फरमाइ ए-

गुलाबी : सबसे पहले बात करते हैं, प्‍यार का रंग कहे जाने वाले गुलाबी रंग की। गुलाबी रंग को पसंद करने वाला व्‍यक्‍ति मासूम होता है। वह अपने प्रति किए गए अच्‍छे व्‍यवहार के लिए कृतज्ञ होता है। वहीं प्रशंसा के दो बोल हमेशा सुनना चाहता है। अपने अच्‍छे कार्यों के कारण उसे दूसरों से हमेशा स्‍नेह मिलता रहता है। ये लोग बहुत भावुक होते हैं। साथ ही खूब रोमां‍टिक भी ।

लाल : वैसे लाल गुलाब प्रेम प्रस्‍ताव के लिए तो ठीक है, लेकिन इन्‍हें पसंद करने वालों से थोड़ा बचकर रहें। लाल रंग पसंद करने वाले गुस्‍सैल और गरम मिजाज के होते हैं। वो गाना याद है ना- जैसा तेरा गुस्‍सा, वैसा प्‍यार सनम... तो इस रंग को पसंद करने वाले प्‍यार करना और जताना भी बखूबी जानते हैं। ये बहुत शौकीन होते हैं। गुस्‍सा भी तभी होते हैं, जब सहने की सीमा खत्‍म हो जाती है। लाल रंग क्रांति का प्रतीक है। ये लोग परिवर्तनवादी होते हैं और सभी कुछ अपनी पसंद के अनुरूप बदलना चाहते हैं, आपको भी।
  प्‍यार के रंग में रंगने की आस सभी धड़कते दिलों की होती है। दो प्‍यार करने वाले दिल भी उनके पसंद और नापसंद से एक-दूसरे को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। वहीं जिन्‍हें प्‍यार की पाठशाला में प्रवेश लेने की चाहत होती है।      


केसरिया : इस रंग को पसंद करने वाले खुशमिजाज होते हैं। वो उत्‍साही और शौकीन होते हैं। वैसे इन लोगों का अपनी भावनाओं पर ज्‍यादा नियंत्रण नहीं होता है। ये काफी व्‍यग्र और अतिभावुक होते हैं। अपनी बात मनवाने के लिए ढोंग भी रच सकते हैं। इन लोगों में आगे बढ़ने की तमन्‍ना होती है, लेकिन गुस्‍सा इनका ‘तौबा-तौब ा ’। वैसे सामान्‍य रूप से काफी बैलेंस होते हैं और सही और गलत का खूब पता होता है। स्‍वभाव के खिलंदड़ होते हैं। इनमें लाल का जोश और पीले रंग का ओज होता है।

नीला : नीला रंग पसंद करने वाले लोग सच्‍चे, ईमानदार और आदर्शवादी होते हैं। ऐसे लोगों को शोर-शराबा पसंद नहीं होता है। इनकी दुनिया का फैलाव काफी बड़ा होता है, फिर भी अपने में सिमटे हुए होते हैं, क्‍योंकि ये लोग दूरदृष्‍टा और अंतमुर्खी होते हैं। लोगों से सामंजस्‍यता बनाकर रखते हैं, किसी बात का खुलकर जवाब नहीं देते हैं। वफादारी इनका सबसे बड़ा गुण है। तो नीला रंग पसंद करने वालों से बेहिचक प्‍यार किया जा सकता है। वैसे भी यह रंग कुलीनता की निशानी है और ये लोग प्‍यार को बहुत शिद्दत से महसूस करते हैं।

भूरा : भूरा रंग पुरुषों का पसंदीदा रंग माना जाता है। इस रंग को पसंद करने वाले शांत होते हैं और बहुत प्रेक्‍ट्रिकल होते हैं। लेकिन खर्चीले होते हैं। अगर लंबे साथ की उम्‍मीद लगाए हों तो थोड़ा संभलकर। भूरा रंग पसंद करने वाले प्‍यार के मामले में बोरिंग भी हो सकते हैं। वैसे इनमें बोल्‍डनेश भी काफी होती है। कभी-कभी मुँहफट हो जाते हैं। दूसरों की परवाह कम ही करते हैं। लेकिन स्‍थायित्‍व भी खूब होता है। गाना याद है ना - जब प्‍यार किया तो प्‍यार किया, जब नफरत की तो नफरत की। तो इसी स्‍वभाव के होते हैं भूरा रंग पसंद करने वाले।
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सफेद : सफेद रंग पसंद करने वाले लोग अंतर्मुखी होते हैं। इन लोगों में शुद्धता होती है। जैसे दिखते हैं, वैसा आचरण भी होता है। इनमें दोहरापन नहीं होता है। दूसरों की भावनाओं की इज्‍जत करते हैं। साथ ही दूसरों का ख्‍याल भी रखते हैं। इन लोगों को समझने में कोई दिक्‍कत नहीं आती है लेकिन प्‍यार के चक्‍कर में कम ही पड़ते हैं। कभी-कभी अनरोमांटिक भी होते हैं। इनमें निर्भयता और विश्‍वसनीयता के साथ अपनी बात का पक्‍के होना का गुण होता है। प्‍यार हो गया तो जोड़ भी पक्‍की रहेगी।

काला : काला रंग और प्‍यार का कोई मेल नहीं है। इस रंग को पसंद करने वाले विश्‍वासघाती और रहस्‍मयी होते हैं। हालाँकि शौकीन खूब होते हैं। हर चीज ट्राई करना चाहते हैं- प्रेमी और प्रेमिका भी। इनमें बनावटीपन होता है और बात के भी पक्‍के नहीं होते। दूसरों के प्रति अन्‍यमनस्‍क होते हैं। लेकिन कामुक होने के बाद भी शिष्‍ट, कोमल और ऊर्जावान होते हैं। ये लोग जो ठान लेते हैं, उसे कर डालते हैं। इसलिए काला रंग पसंद करने वाले से ठोंक-बजाकर प्‍यार करें। बाद में धोखा भी मिल सकता है। वैसे इन्‍हें रोमांस भी खूब पसंद होता है।

हरा : हरा रंग प्रकृति का रंग माना जाता है। इस रंग को पसंद करने वाले लोग ऊर्जावान और जोशीले होते हैं। इनके भीतर का युवा कभी खत्‍म नहीं होता है। हरा रंग पसंद करने वाले लोगों को पैसा बहुत प्‍यारा होता है। वैसे ये लोग लकी भी होते हैं। लेकिन मौसम की तरह इनका मिजाज हो सकता है। यानी कभी तो ये उदार और नम्र होते हैं और कभी आक्रामक और अनाड़ी भी साबित होते हैं। इस रंग को पसंद करने वाले काफी मूडी होते हैं। लेकिन दूसरों से ईर्ष्‍या करना और परनिंदा के कारण कभी-कभी मुश्‍किल में डाल सकते हैं। तो फिर हरे रंग वालों से प्‍यार करने के लिए - धीरे चलना, धीरे चलना...

पीला : पीला रं ग उमंग और खुशी का रंग है। इस रंग को पसंद करने वाले लोग जिंदगी का खूब मजा लेते हैं। ये हर मौके को उत्‍सव में बदल देते हैं। पीला रंग पसंद करने वाले लोग आशावादी होते हैं और सभी परिस्‍थिति में खुश रहते हैं। ये बुद्धिमान और आदर्शवादी होते हैं। लेकिन इसके बाद भी कभी-कभी झूठ का सहारा लेते हैं। अपने में मग्‍न रहते हैं। शांतिप्रिय होते हैं और रचनात्‍मक होते हैं। वैसे लालची भी होते हैं और खतरनाक भी, इनमें धीरज की कमी होती है।

बैंगनी : इस रंग को पसंद करने वाले लोगों में जलन और द्वेष की भावना होती है। ये जितने रोमांटिक होते हैं, उतने ही कामुक भी। बहरहाल इनमें रचनात्‍मकता भी खूब होती है और विद्वान होने के साथ आध्‍यात्‍म की ओर रूझान होता है। बैंगनी रंग पसंद करने वाले शिष्‍ट, औपचारिक और ढीठ हो सकते हैं। ये लोग रंगीले और राजशाही प्रकृति के होते हैं। अपनी पंसद की चीजों पर अधिकार जताते हैं। प्रेमी या प्रेमिका पर भी। इससे इनके रिश्‍तों को कभी-कभी दम भी घुटने लगता है ।

ग्रे : ग्र े रं ग पसं द करन े वाल े कोम ल म न क े होत े हैं । काल े रं ग क ा प्रभा व इनस े दू र होत ा है । य े शिष ्‍ट औ र सुंद र भावन ा वाल े होत े हैं । सा थ ह ी नम् र औ र दयाल ु भी । प ्‍ या र करन ा ह ो तो सोचन े क ी जरूर त नही ं, क ्‍ योंक ि ग्र े रं ग पसं द करन े वाल े लो ग प ्‍ या र करन ा भ ी जानत े है ं औ र इज ्‍ ज त भी । य े दृढ ़ निश ्‍ चय ी, स ्‍ थि र होत े है ं औ र सभ ी का म धैर् य क े सा थ करत े हैं । चीजो ं क ी सूक्ष ्‍ मत ा क ो समझत े हैं । लेकि न बिगड़ े त ो कुटि ल औ र चालबा ज भ ी साबि त ह ो सकत े हैं । पें च मे ं फँसान ा भ ी इन ्‍ हे ं आत ा है।
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