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14 फरवरी को ही क्यों मनाते हैं प्यार का त्योहार? क्या आपको पता है इस दिन के पीछे की ये दिलचस्प कहानी?

सच्चे प्यार का सही मतलब बताता है वैलेंटाइन डे, जानिए क्या है वैलेंटाइन डे का इतिहास

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WD Feature Desk

, गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025 (15:48 IST)
Valentine Day 2025 History : 14 फरवरी 2025, एक ऐसा दिन जब कपल्स एक-दूसरे के प्रति अपने प्यार का इजहार करते हैं। वैलेंटाइन डे केवल एक प्रेम दिवस नहीं है, बल्कि यह सच्चे प्यार, वफादारी और त्याग का प्रतीक है। आज के दौर में, वैलेंटाइन डे केवल प्रेमी जोड़ों तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसा अवसर बन चुका है जिसमें दोस्त, परिवार और यहां तक कि खुद से प्यार जताने का मौका भी मिलता है। आज वैलेंटाइन वीक पूरे एक हफ्ते तक मनाया जाता है, जहां हर दिन का एक अलग महत्व होता है। वैलेंटाइन डे 2025 सिर्फ गिफ्ट और सेलिब्रेशन का नाम नहीं, बल्कि यह सच्चे प्यार और समर्पण का संदेश देता है। 14 फरवरी को यह दिन मनाने की परंपरा संत वैलेंटाइन से जुड़ी हुई है, जिसने इसे प्यार का सबसे खास दिन बना दिया। इसलिए चाहे आप इस दिन को अपने लाइफ पार्टनर, दोस्तों या परिवार के साथ मनाएं, सबसे जरूरी बात यह है कि आप अपने जीवन में प्यार और पॉजिटिविटी बनाए रखें। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसी दिन को प्यार का पर्व क्यों माना जाता है? आखिर 14 फरवरी को ही वैलेंटाइन डे मनाने के पीछे की कहानी क्या है? 
 
रोम से शुरू हुई प्रेम की कहानी 
वैलेंटाइन डे का इतिहास तीसरी सदी के रोम से जुड़ा हुआ है, जहां प्रेम और रिश्तों को लेकर समाज की सोच आज से बहुत अलग थी। उस समय रोम पर क्लॉडियस द्वितीय (Claudius II) नामक एक शक्तिशाली राजा का शासन था। राजा का मानना था कि शादी करने से पुरुषों की ताकत और युद्ध के प्रति उनका समर्पण कम हो जाता है, इसलिए उसने सैनिकों की शादी पर सख्त रोक लगा दी।
 
लेकिन प्यार किसी भी बंधन में नहीं बंध सकता। एक साहसी ईसाई पादरी, संत वैलेंटाइन (Saint Valentine), ने इस अन्यायपूर्ण आदेश का विरोध किया और छुप-छुप कर प्रेमी जोड़ों की शादी करवाने लगे। जब यह बात राजा को पता चली, तो उसने संत वैलेंटाइन को 14 फरवरी 269 ईस्वी को मौत की सजा दे दी। कहा जाता है कि फांसी से पहले, संत वैलेंटाइन ने जेलर की बेटी को एक पत्र लिखा था, जिसके अंत में उन्होंने "From Your Valentine" लिखा। यही शब्द समय के साथ प्रेम का पर्याय बन गया और हर साल इस दिन को उनकी याद में वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाने लगा।
 
14 फरवरी को ही वैलेंटाइन डे क्यों?
इतिहास में कई घटनाएं इस तारीख से जुड़ी हुई हैं, जिनकी वजह से यह दिन प्रेम का पर्व बन गया। 
 
संत वैलेंटाइन का बलिदान: जैसा कि हमने बताया, संत वैलेंटाइन को 14 फरवरी को शहीद किया गया था, इसलिए उनकी याद में इस दिन को प्रेम और बलिदान के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
 
रोम का 'लुपरकालिया' त्योहार : 14 फरवरी के आसपास, प्राचीन रोम में "लुपरकालिया" (Lupercalia) नामक एक पर्व मनाया जाता था, जो प्रेम और प्रजनन से जुड़ा हुआ था। इसमें पुरुष, महिलाओं के नाम एक पात्र से निकालते थे और दोनों जोड़े बनकर इस पर्व को मनाते थे।
 
18वीं सदी में वैलेंटाइन ग्रीटिंग्स की शुरुआत: यूरोप में 1700 के दशक के दौरान, प्रेमी एक-दूसरे को वैलेंटाइन कार्ड, पत्र और फूल देने लगे। धीरे-धीरे यह परंपरा पूरी दुनिया में फैल गई और 14 फरवरी प्रेम का आधिकारिक दिन बन गया। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

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