मां सरस्वती की कृपा से बुद्धि, विद्या और ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वसंत पंचमी को मां सरस्वती के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष दिवस पर मां के आशीर्वाद से अच्छी वाणी भी प्राप्त होती है। अगर बच्चे को वाणी दोष है तो वसंत पंचमी के दिन उसकी जीभ पर केसर से चांदी की कलम द्वारा ‘ऐं’ बीज मंत्र लिखें। ऐसा करने से वाणी दोष दूर हो जाते हैं।
पुराने समय से बच्चों की शिक्षा इसी दिन से प्रारंभ किए जाने की परंपरा रही है।
छह माह पूरे कर चुके बच्चों को इस दिन अन्न का पहला निवाला खिलाया जाता है।
इस दिन सभी मां सरस्वती का पूजन करें।
गरीब छात्रों को पुस्तक, पेन आदि विद्या उपयोगी वस्तुओं का दान करें।
जिन बच्चों का पढ़ाई में मन कम लगता हो वो वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को हरे फल अर्पित करें।
वीणा मां सरस्वती की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है। इसे घर में रखने से सुख-शांति रहती है। वसंत पंचमी के दिन वीणा को घर में ला सकते हैं।
हंस की तस्वीर या शोपीस घर में लाएं।
मोर पंख को इस दिन घर में लाना शुभ माना जाता है। इसे घर के मंदिर या बच्चों के कमरे में रखना चाहिए।
मां सरस्वती की मूर्ति घर में लाएं। संगीत के क्षेत्र में रुचि रखने वाले मां सरस्वती को बांसुरी भेंट करें।