ऑरा चिकित्सा

ऊर्जावर्धक उपकरण

Webdunia
- डॉ. हीरा तापड़िया
ND

ऑरिया (प्रभामंडल) उत्पादों की श्रृंखला, चिकित्सा और परिवेश ऊर्जावर्धक उपकरणों के जरिए प्राकृतिक एवं व्यक्तिगत ऑरा तथा ब्रह्मांडीय ऊर्जा के बीच समन्वय स्थापित कर आपको लाभ पहुँचाने का माध्यम है। इन्हें अंतरिक्ष रहस्यवेत्ताओं के मार्गदर्शन में ऊर्जाचक्र और स्पर्श चिकित्सा के गूढ़ अध्ययन के बाद विकसित किया गया है।

झाँझ- हाथ में पकड़े जा सकने वाले इस उपकरण को नकारात्मक विचार-अभिव्यक्ति और व्याधि शक्ति से मुकाबले के लिए तैयार किया गया है।

द्वार गुणावृत्ति शोधक- घर या दफ्तर के दरवाजे पर लटकाए जाने वाले इस उपकरण के जरिए नकारात्मक ऊर्जा प्रतिस्थापित कर लाभदायक ऊर्जा प्रवाहित की जाती है।
  ऑरिया (प्रभामंडल) उत्पादों की श्रृंखला, चिकित्सा और परिवेश ऊर्जावर्धक उपकरणों के जरिए प्राकृतिक एवं व्यक्तिगत ऑरा तथा ब्रह्मांडीय ऊर्जा के बीच समन्वय स्थापित कर आपको लाभ पहुँचाने का माध्यम है।      


घंटी वाद्य- त्रिआयामी ऊर्जा वाले इस उपकरण में स्वस्तिक, ओम और त्रिशूल की सम्मिलित शक्ति है। घर एवं कार्यालय में नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित शिथिल ऑरा को पुनः चैतन्य करने हेतु इसे प्रयुक्त किया जाता है। यह उपकरण आप अपने घर के शयन कक्ष अथवा स्नानघर में लटका सकते हैं।

रंगीन काँच के उपकरण- पूर्वी, मध्य-पूर्व जैन और वैदिक संस्कृति के खगोलशास्त्रीय अध्ययन के जरिए सौभाग्यवर्धक और नकारात्मक प्रभावरोधक इन उपकरणों को तैयार किया गया है- (अ) ऑरिया हस्त, (ब) ऑरिया जेन, (स) ऑरिया त्रिशक्ति।

चाबी के छल्ले- दैनिक जीवन में इनसे खुशहाली लाई जा सकती है। यात्रा के दौरान भी ये आपको सुरक्षित रखते हैं- (अ) हस्त की-चेन (ब) ट्रेवलर की-चेन, (स) एविल आई की चेन।

लक्ष्मी मोमबत्ती स्टैंड- इतालवी काँच से निर्मित इस उपकरण को रहस्यवेत्ताओं के मार्गदर्शन में वैदिक सूत्रों के अनुरूप बनाया गया है। व्यक्ति की भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के समन्वित उद्देश्य वाला यह उपकरण समृद्धिदायक और सफलता लाने वाला है। जीवन के हर क्षेत्र में उन्नति के लिए यह उपयोगी है।

हस्त मोमबत्ती स्टैंड- धातु एवं मिश्र धातुओं से निर्मित इस यंत्र को रखने से शांति और सौभाग्य की वृद्धि होती है।

सूर्य ऊर्जा संग्राहक- प्राचीन विद्या से प्रेरित इस उपकरण को सही जगह लटकाने पर घर के सभी सदस्यों को लाभ मिलता है। (अ) ओम ऑरिया संग्राहक, (ब) स्वस्तिक ऑरिया संग्राहक।

कपूर से बना ब्रह्मांडीय ऑरा यंत्र- यह वातावरण के नकारात्मक प्रभाव को दूर कर उसे शुद्ध करने हेतु प्रयुक्त होता है।

जल तरंग एवं खगोलीय सौभाग्यवर्धक- हड़प्पा सभ्यता के विज्ञान से प्रेरित इस उपकरण से मन-मस्तिष्क को शांति मिलती है। खास तौर से तब, जब इसे कमरे की उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जाए।

बाल स्मरण-शक्तिवर्धक यंत्र- अपने ऑरा के जागृत होने से बच्चों का मस्तिष्क अधिक तेजी से काम करता है।

रेकी हर्ष- रेकी की त्रिआयामी शक्ति सम्मिलित रूप से भौतिक एवं आध्यात्मिक ऊर्जा का विकास करती है। इसे नाभि के ऊपरी हिस्से में चमड़े के उत्पादों से दूर रखकर बाँधना चाहिए।

ऑरा प्रार्थना पुंज- अपने ऑरा को जागृत कर दिन के लिए उपयुक्त प्रार्थना पत्रक चुनें और भावनात्मक तथा आध्यात्मिक परिवेश को अनुकूल बनाएँ।

लेप्रेशॉन- रंगीन काँच से बना यह नक्काशीदार उपकरण एक चक्र पर घूमता है। इसके घूर्णन पंखों के जरिए नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

आत्म ऊर्जा पत्र- इसे नाभि के ऊपर चमड़े से बने उत्पादों से दूर रखकर बांधने से आत्मिक ऊर्जा में वृद्धि होती है।

द्वार वास्तु संवर्धक- घर के भीतर दरवाजे के बाईं ओर के हिस्से में इसे आँख की ऊँचाई पर लटकाने से ऑरा प्रवाह संकेंद्रित होता है।

त्रिशक्ति सागर लवण- ( शुद्ध स्वर्ण, रजत एवं तांबा युक्त)।

बाह्य उपयोग के लिए स्नान गुटिका
स्वर्ण नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक दिशा में बदलता है। चाँदी प्रतिकूल ऊर्जा को दूर हटाती है और तांबा प्रभामंडल को संतुलित बनाता है। आलस्य, तनाव और अवसाद दूर करने हेतु यह उपयोगी है।

कार घंटी वाद्य- यात्रा के दौरान आप कार में इसे लटकाकर सुरक्षित और आनंददायक सफर कर सकते हैं।

ऑराजन्य ब्रह्मांडीय वास्तु परिशोधक चित्र- इन सुनहरे चित्रों को लगाने से प्रतिकूल ऊर्जा सकारात्मक बनती है। इसमें जड़े रत्न बुरे प्रभावों से वातावरण को दूर रखते हैं।

सद्भाव दोलक- दरवाजे पर इसे लटकाने से शांति और सद्भाव की वृद्धि होती है।

इन उत्पादों को ऑरा एवं वास्तु विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार किया गया है।
Show comments

महाकुंभ में स्नान के साथ करें इन पवित्र मंत्रों का जाप, मिलेगा पुण्य का पूरा लाभ

नर्मदा जयंती कब है, जानिए माता की पूजा का शुभ मुहूर्त और नदी का महत्व

माघ मास की गुप्त नवरात्रि की कथा

खाटू श्याम बाबा की कहानी: रोंगटे खड़े कर देने वाली रहस्यमयी कथा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण कुंडली से जानें उनकी सरकार का भविष्य, चलेगी या जाएगी

04 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

04 फरवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

Shukra Gochar 2025: शुक्र का मीन राशि में 123 दिन के लिए गोचर, जानिए 12 राशियों का राशिफल

महाशिवरात्रि विशेष : शिव पूजा विधि, जानें 16 चरणों में

Mahashivratri 2025 Date: महाशिवरात्रि कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि