T- point house as per vastu : टी-प्वाइंट यानी तिराहे पर बने मकान। ऐसा मकान जिसके द्वार के सामने से आगे सीधी सड़क जाती हो और अलग-बगल से भी। मकान के प्रवेश द्वार के सामने यदि कोई रोड, गली या टी जक्शन हो, तो ये गंभीर वास्तुदोष उत्पन्न करते हैं, खासकर उन भवनों में जो दक्षिण व पश्चिममुखी होते हैं। इससे 5 नुकसान होते हैं।
टी शेप मकान के 5 नुकसान:-
1. मानसिक नुकसान: यहां रहने वाले सभी सदस्य मानसिक रूप से परेशान ही रहते हैं। यह भी एक कारण है कि यहां लोगों तथा वाहनों का आवागमन लगा रहेगा जिसके चलते आपकी मानसिक शांति भंग ही रहेगी। आपमें उत्तेजना बनी रहेगी। यहां रहने वाले सभी सदस्य मानसिक रूप से परेशान ही रहते हैं।
2. महिलाओं पर नकारात्मक प्रभाव : यहां रहने वाली महिलाएं अक्सर बीमार ही रहती है। मानहानी, आर्थिक नुकसान, घुटनों का दर्द आदि की शंका रहती है।
3. नकारात्मक ऊर्चा का घर : तिराहे पर वास्तु दोष निर्मित होता है। ऐसी जगह पर नकारात्मक ऊर्जा अधिक होती है। तिराहे या टी शेप के मकान के यहां जाकर ऊर्जा रुक जाती है। उर्जा का बहाव नहीं होता है।
4. आर्थिक नुकसान : धन टिकता नहीं है और हमेशा आर्थिक तंगी बनी रहती है।
5. गृह कलह : यह मकान गृह कलह का कारण भी बनता है। घर के मुखिया को अचानक ही कोई रोग घेर लेता है।
दिशा और टी पॉइंट :
1. उत्तर दिशा : उत्तर दिशा का टी प्वांइट बुरा नहीं होता यह पैसा और महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
2. ईशान दिशा : उत्तर-पूर्व दिशा का टी प्वांइट सभी दृष्टि से अच्छा है और यह सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला होता है।
3. पूर्व दिशा : पूर्व दिशा का टी पॉइंट मकान मान सम्मान और सेहत का कारक है।
4. आाग्नेय दिशा : पूर्व और दक्षिण के बीच अर्थात आग्नेय कोण या दिशा का टी पॉइंट मकान में चोरी व आगजनी जैसी घटनाओं का डर रहता है।
5. दक्षिण दिशा : दक्षिण दिशा के टी प्वांइट के मकान में रहने वाले युवा बुरे रास्ते पर चलने लगते हैं। इस घर में रहने वाले युवा नशा आदि जैसी बुरी गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं।
6. पश्चिम दिशा : पश्चिम दिशा का टी पॉइंट भी अच्छा नहीं माना जाता है।
7. नैऋत्य दिशा : दक्षिण-पश्चिम अर्थात नैऋत्य दिशा के बीच टी प्वांइट पर बना मकान गंभीर बीमारी और अकाल मृत्यु का कारण बनता है।
8. वायव्य दिशा : उत्तर-पश्चिम अर्थात वायव्य दिशा का टी प्वांइट बुरा फल देने वाला होता है। यह हर तरह से आर्थिक नुकसान पहुंचाता है।