ईशान दिशा में बाथरूम या टॉयलेट है तो समझो काम तमाम
ईशान दिशा में बाथरूम या टॉयलेट है तो होगी गंभीर बीमारी
Vastu Shastra: घर का बाथरूम चंद्र का स्थान है तो टॉयलेट राहु का दोनों का साथ होना चंद्र ग्रहण दोष निर्मित करता है। इसलिए दोनों अलग-अगल और उचित दिशा में होना चाहिए लेकिन यदि आपने टॉयलेट या बाथरूम ईशान दिशा में बना रखी है तो यह भारी नुकसान का कारण बनेगा। क्या कारण बनेगा?
अटैच लेट-बॉथ : यदि अटैच लेट-बॉथ है तो यह चंद्र एवं राहु की भयंकर युति होकर वास्तु दोष निर्मित करेगा। इससे चंद्र ग्रहण दोष, आपसी मनमुटाव, द्वेष की भावना, घटना-दुर्घटना बढ़ना और धन की हानी होने लगती है। यदि टॉयलेट टूटी फूटी या दरारों वाली हैं तो भी यह वास्तु दोष है जिसके चलते जीवन में नकारात्मकता फैलती है।
टॉयलेट का वास्तु दोष :
1. यदि टॉयलेट यानी शौचालय ईशान दिशा में है तो धन की हानि होगी।
2. यदि गलती से आपका शौचालय ईशान कोण में बन गया है तो फिर यह बहुत ही धनहानि और अशांति का कारण बन जाता है।
3. शौचालय ईशान कोण में है तो कैंसर जैसे रोग भी हो सकते हैं। यह गंभीर रोग को आमंत्रित करता है।
बाथरूम का वास्तु दोष :
1. बाथरूम कभी की ईशान या दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। इससे घटना दुर्घटना के योग बनते हैं।
2. वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथ विश्वकर्मा प्रकाश में अनुसार पूर्वम स्नान मंदिरम अर्थात भवन के पूर्व दिशा में स्नानगृह होना चाहिए।
नोट : वायव्य दिशा में शौचालय और पूर्व दिशा में बाथरूम बना सकते हैं, लेकिन यह घर की दिशा के अनुसार ही तय होगा।