21 दिन तक घर को पवित्र और शुद्ध करें, देखें जीवन में चमत्कार

Webdunia
यदि घर में दिन-प्रतिदिन कलह बढ़ रहा हो। हर काम में बाधा आ रही हो। ऐसा प्रतीत हो रहा हो कि घर में देवताओं का वास नहीं है, तो निश्चय ही जानना चाहिए कि घर अशुद्ध है।  इन समस्याओं का निपटारा हो सकता है। प्रस्तुत है घर को पवित्र और शुद्ध रखने का यह पौराणिक उपाय .... 
 
* रोज सूर्यास्त के समय इक्कीस दिन तक गाय का आधा किलो कच्चा दूध लें।
 
* उसमें नौ बूंद शुद्ध शहद की मिलाएं और एक अच्छे साफ-सुथरे बर्तन में डालकर स्नान करें।
 
* शुद्ध वस्त्र पहनकर मकान की ऊपरी छत से नीचे तक प्रत्येक कमरे, जीने, गैलरी आदि में उस दूध के छीटें दें।
 
* मुख्य द्वार तक आएं और द्वार के बाहर बचे हुए शेष दूध को धार से वहीं गिरा दें। इस प्रक्रिया को करते हुए अपने इष्टदेव का स्मरण अवश्य करते रहें।
 
* इक्कीस दिनों तक ऐसा करने से घर हरेक प्रकार की बाधाओं से मुक्त हो जाता है। घर को पवित्र और शुद्ध रखने का यह पौराणिक उपाय है। 
 
* 21 दिनों के बाद आप पाएंगे कि घर और मन में असीम शांति है। सफलता और खुशियां दस्तक दे रही हैं। आजमा कर देखें। 
ALSO READ: सुबह के शुभ दर्शन और ध्वनि चमका सकते हैं आपकी किस्मत,पढ़ें रोचक जानकारी
जीवन में यह घटनाएं होती हैं तो समझ लीजिए आने वाले हैं अच्छे दिन, किस्मत खुलने के 24 शुभ संकेत
किस देवता को कौन सा फूल पसंद है, क्या आप जानते हैं?
सुबह उठते ही भूलकर भी न देखें यह 6 तरह की चीजें वरना हो जाएगा दिन बर्बाद

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

2025 predictions: वर्ष 2025 में आएगी सबसे बड़ी सुनामी या बड़ा भूकंप?

lunar eclipse 2025: वर्ष 2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए कहां नजर आएगा

Love Life Horoscope 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों की कैसी रहेगी लव लाइफ, जानें डिटेल्स में

हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह की 20 खास बातें

Job and business Horoscope 2025: वर्ष 2025 में 12 राशियों के लिए करियर और पेशा का वार्षिक राशिफल

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: ईश्वर की कृपा से आज इन 5 राशियों को मिलेगा व्यापार में लाभ, पढ़ें 29 नवंबर का राशिफल

29 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

29 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

वृश्चिक राशि में बुध ने चली वक्री चाल, 2 राशियों की जिंदगी में होगा कमाल

Guru Pradosh Vrat 2024: गुरु प्रदोष व्रत आज, जानें कथा, महत्व, पूजा विधि और समय

अगला लेख