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ये 5 पौधे करते हैं घर में धन की बरसात, इस खास दिशा में सजाएं और देखें चमत्कार

हमें फॉलो करें ये 5 पौधे करते हैं घर में धन की बरसात, इस खास दिशा में सजाएं और देखें चमत्कार
, शनिवार, 5 फ़रवरी 2022 (14:51 IST)
वास्तु और ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार सकारात्मक और नाकारात्मक ऊर्जा फैलाने वाले पौधे होते हैं। सकारात्मक पौधों को घर में या घर के आंगन में लगाने से धन, सुख, शांति और समृद्धि का आगमन होता है। आओ जानते हैं ऐसे 5 पौधों के बारे में जो आपके जीवन में धन संबंधी समस्या को समाप्त करके आपको करोड़पति बना सकते हैं।
 
 
1.मनी प्लांट या क्रसुला ओवाटा : मान्यता है कि मनी प्लांट की बेल के घर में रहने से समृद्धि बढ़ती है। मनीप्लांट को आग्नेय दिशा में लगाना उचित माना गया है।इस दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनि‍धि शुक्र हैं। दूसरी ओर क्रसुला ओवाटा भी मनी प्लांट की तरह का ही पौध है। के संबध में मान्यता है कि पौधे को लगाने से यह धन को आकर्षित करता है। फेंगशुई अनुसार क्रासुला अच्छी-ऊर्जा की तरह धन को भी घर की ओर खींचता है। अंग्रेज़ी में इसे जेड प्लांट, फ्रेंडशिप ट्री, लकी प्लांट या मनी प्लांट कहते हैं।
 
 
2.लक्ष्मणा या सफेद पलाश : यह पौधा बहुत दुर्लभ है। हालांकि यदि आपको यह कहीं से मिल जाए तो इसे अपने घर के आंगन या गैलरी में लगाएं। मान्यता है कि लक्ष्मणा का पौधा भी धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। घर में किसी भी बड़े गमले में इसे उगाया जा सकता है। कहते हैं कि जिस किसी के भी घर में सफेद पलाश और लक्षमणा का पौधा होता है वहां धनवर्षा होना शुरू हो जाती है।
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3.कनेर : कनेर की तीन तरह की प्रजातियां होती है। एक सपेद कनेर, दूसरी लाल कनेर और तीसरी पीले कनेर। कनेर के पौधे को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। देवी लक्ष्मी को सफेद कनेर के फूल चढ़ाए जाते हैं। 
 
4.श्वेत अपराजिता : यह पौधा धनलक्ष्मी को आकर्षित करने में सक्षम है। संस्कृत में इसे आस्फोता, विष्णुकांता, विष्णुप्रिया, गिरीकर्णी, अश्वखुरा कहते हैं। श्वेत और नीले दोनों प्रकार की अपराजिता औषधीय गुणों से भरपुर है।
 
5.हरसिंगार या रजनीगंधा : पारिजात के फूलों को हरसिंगार और शैफालिका भी कहा जाता है। यह वृक्ष जिस भी घर-आंगन में होता है, वहां हमेशा शांति-समृद्धि बनी रहती है। इसके फूल तनाव हटाकर खुशियां ही खुशियां भरने की क्षमता रखते हैं। रजनीगंधा की तीन किस्में होती है। इसका सुगंधित तेल और इत्र भी बनता है। इसके कई औषधीय गुण भी है।

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