पेड़-पौधे से घर में सजीवता आती है। इसकी हरियाली किसी भी स्थान या भवन की शोभा बढ़ाने में सहायक रहती है। प्राकृतिक वातावरण में रहने से जीवन में कई सकारात्मक परिणाम आते हैं। अत: इनका उपयोग जैसा भी स्थान मिले, वैसा अवश्य करना चाहिए। ऐसा करना नैतिक रूप में भी आवश्यक है, क्योंकि इससे पर्यावरण की रक्षा के संग प्रदूषण से मुक्ति मिलती है।
* कई प्रकार के पौधे घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा भी देते हैं। उनके विषय में जानकर ही उनका उपयोग करना चाहिए, जैसे नागफनी का पौधा आवास या कार्यालय में कहीं भी रखने से नुकसान देता है। इसके छोटे-छोटे कांटे ऋणात्मक ऊर्जा की वृद्धि करते हैं।
* बोन्साई (किसी वृक्ष का लघु रूप) प्रकृति के पेड़ भी घर में रखने से वहां पर निवास करने वालों की प्रगति का मार्ग अवरुद्ध करते हैं।
इस तरह सुंदर दिखाई देने वाले बोन्साई पेड़ आपकी समृद्धि में विष का कार्य करते हैं। इसका त्याग करना भी उचित है।
* जिन पौधे में कांटे होते हों या जिनमें से दूध निकलता हो, ऐसे पौधे का उपयोग बहुत सावधानी से करना चाहिए। यह सेहत और किस्मत दोनों के लिए हानिकारक हैं।
* मुरझाए हुए, सूखे हुए, टूटे हुए पौधों का उपयोग भी नकारात्मक ऊर्जा देता है।
* यदि पौधा या पेड़ लगाना संभव नहीं हो तो उसकी आकृति या चित्र लगाना भी अनुकूलता की वृद्धि करता है।
- ज्योतिर्विद रामकृष्ण डी. तिवारी