Vastu Tips : भवन बनाते समय चुनें सही लकड़ी और खरीदें सही फर्नीचर

अनिरुद्ध जोशी
गुरुवार, 4 मार्च 2021 (13:05 IST)
भवन बनाते समय दरवाजे, खिड़की और अन्य जगहों पर लकड़ी का प्रयोग होता है। भवन बन जाने के बाद आप उसमें लकड़ी वाले फर्नीचर भी खरीदकर रखते हैं। आओ जानते हैं कि वास्तु के अनुसार ही लकड़ी का चुनाव करना क्यों जरूरी है।
 
ALSO READ: घर में रख रहे हैं लकड़ी का सामान तो जानिए 5 वास्तु टिप्स
1. घर में अलग-अलग किस्म की लकड़ियां कई तरह बाधाओं को जन्म दे सकती है। इसीलिए लकड़ी का चुनाव जरूरी है। वास्तु के अनुसार प्राय: शीशम, सगौन या आम की लकड़ी अच्‍छी होती है। पनस, सुपारी, नान, साल और अखरोट की लकड़ी का भी उपयोग किया जाता है।
 
2. जो लकड़ी सबसे ज्यादा मजूबूत हो उसे दरवाजों और खिड़कियों के लिए प्रयोग करना चाहिए। घर के द्वार और चौखट में भूलकर भी आम और बबूल की लकड़ी का उपयोग न करें। 
 
3. कुछ वास्तु ग्रंथों में बबूल की लकड़ी को अच्छा नहीं माना जाता, किंतु मजबूती के कारण इसे ग्राह्य मान लिया गया है परंतु यह सही नहीं है। कांटे तथा दूधवाले पेड़ों की लकड़ी का उपयोग वर्जित माना है। दूध वाले वृक्षों गूलर, बरगद और आक आदि की लकड़ी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
 
4. सामान्य नियम यह है कि मुख्य द्वार की चौखट और उसके साथ लगने वाले दरवाजे एक ही प्रकार के वृक्ष की लकड़ी के होना चाहिए। यही नियम घर में लगने वाली खिड़कियों आदि के लिए भी लागू होता है। 
 
5. जिस नक्षत्र में आपका जन्म हुआ है, उससे संबंधित वृक्ष आपका कुल वृक्ष है। वह कल्प वृक्ष बनकर आपको सुख प्रदान कर सकता है। अत: यदि किसी व्यक्ति को घर में पौधे लगाने का शौक है तो उसे यह जानकर ही पौधा लगाना चाहिए।
 
6. किसी भी घर की अच्छी फर्निशिंग को फर्नीचर का सामंजस्य ही अच्छा लुक प्रदान करते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि कोई भी खरीददारी से पूर्व फर्नीचर की जांच अच्छी तरह कर लें। लकड़ी के रंग-रूप में ढाले गए मूंगे की चट्टान, पुष्ठे, प्लायवुड, प्लास्टिक और चमड़ा आदि को मिलाकर बनाए गए कई अन्य सामान बाजार में उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग नहीं करना चा‍हिए।
 
7. फर्नीचर यदि शीशम, सगौन या अखरोट के वृक्ष के है तो बेहतर होगा। फर्नीचर के कोने नुकिले नहीं होना चाहिए गोलाकार हो तो बेहतर होगा। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

सावन में रोजाना पूजा के लिए घर पर मिट्टी से शिवलिंग कैसे बनाएं? जानिए आसान विधि

सिंहस्थ महाकुंभ की तारीखों की हुई घोषणा, 27 मार्च से 27 मई 2028 तक चलेगा महापर्व

इस तारीख के आसपास एशिया में आ सकता है बड़ा भूकंप, रहें संभलकर

शिव पंचाक्षर स्तोत्र | Shiva panchakshar stotra

सावन मास के सोमवार को शिवलिंग के रुद्राभिषेक से मिलते हैं ये 5 लाभ

सभी देखें

नवीनतम

सावन सोमवार के दिन क्या नहीं करना चाहिए? जानें 15 काम की बातें

राजसी ठाठ बाट में निकलेगी बाबा महाकाल की सवारी, दर्शन को उमड़ेगा आस्था का सैलाब

Aaj Ka Rashifal: 21 जुलाई, सावन मास के दूसरे सोमवार का दैनिक राशिफल, आज कौन-सी राशि चढ़ेगी कामयाबी की सीढ़ी

21 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

21 जुलाई 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख