आंकड़े का पौधा घर में किस स्थान पर नहीं लगाना चाहिए?

मदार का पौधा कहां लगाएं, क्या होगा इसे लगाने से, जानिए इसके बारे में

WD Feature Desk
शनिवार, 13 जुलाई 2024 (12:13 IST)
Where to plant the Ankde Plant: भगवान भोलेनाथ को आंकड़े के फूल बहुत प्रिय है। श्रावण मास, सोमवार, शिवरात्रि या महाशिवरात्रि के समय इस फूल को शिवलिंग पर अर्पित करने से महादेव का आशीर्वाद मिलता है। श्रावण माह में इस पौधे का रोपण करना बहुत ही पुण्यदायक माना जाता है। यदि आप अपने घर में या घर के आसपास यह पौधा लगाने जा रहे हैं तो जान लें कि किस दिशा में नहीं लगाना चाहिए।
 
1. वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप आंकड़े का पौधा लगा रहे हैं तो इसे दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय कोण में लगाएं। इसे उत्तर-पूर्व में भी लगा सकते हैं।ALSO READ: धनवान बनना चाहते हैं तो घर की इन दिशाओं में लगाएं ये पेड़ और इन पेड़ों से होगा नुकसान
 
2. उचित दिशा में लगाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इससे घर में धन का आगमन बना रहता है। इसकी नित्य पूजा करने से गणेशजी और शिवजी की कृपा प्राप्त होती है।
 
3. आंकड़े का पौधा आप किसी भी शुभ दिन लगा सकते हैं। जैसे पूर्णिमा, एकादशी, सोमवार या मंगलवार को लगा सकते हैं। ALSO READ: वास्तु के अनुसार घर के अंदर रखें मात्र 1 प्लांट और फिर देखें चमत्कार
 
4. आंकड़े का पौधा एकदम घर के सामने और दक्षिण दिशा में भूलकर भी नहीं लगाना चाहिए। दक्षिण में लगाने से धन का नाश होता है। 
 
5. इस पौधे को घर के बाहर लगाएं लेकिन घर के भीतर लगाना उचित नहीं माना जाता है। मान्यता के अनुसार मदार समेत ऐसे कोई भी पौधे जिनसे दूध निकलता है, उन्हें घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए।ALSO READ: Vastu Tips : 5 भयंकर वास्तु दोष से जीवन हो जाता है बर्बाद, भले ही उच्च के ग्रह हों

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

सावन में रोजाना पूजा के लिए घर पर मिट्टी से शिवलिंग कैसे बनाएं? जानिए आसान विधि

सिंहस्थ महाकुंभ की तारीखों की हुई घोषणा, 27 मार्च से 27 मई 2028 तक चलेगा महापर्व

इस तारीख के आसपास एशिया में आ सकता है बड़ा भूकंप, रहें संभलकर

शिव पंचाक्षर स्तोत्र | Shiva panchakshar stotra

सावन मास के सोमवार को शिवलिंग के रुद्राभिषेक से मिलते हैं ये 5 लाभ

सभी देखें

नवीनतम

22 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

22 जुलाई 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

हरियाली तीज का व्रत कब रखा जाएगा, पूजा का समय क्या है?

सावन मास के भौम प्रदोष का क्या है महत्व, जानिए कैसे रखें इस दिन व्रत और 5 फायदे

सिंधारा दूज कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

अगला लेख