ताजे फूल यीन ऊर्जा छोड़ते हैं। इसीलिए इन फूलों को अपने ड्रॉइंग रूम में सजाना चाहिए। इन्हें शयन कक्ष में न रखें।
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में वैसे ही हर व्यक्ति तनाव में रहता है। इसीलिए मानसिक शांति के लिए घर में रोजाना चंदन अथवा चमेली आदि से निर्मित अगरबत्ती अवश्य जलाई जानी चाहिए। इसकी सुंगध से पूरा घर महक उठेगा और आपको मानसिक शांति का अनुभव होगा।
वास्तु शास्त्र के अनुसार अपने घर के खुले स्थान में एक खूबसूरत बगीचा लगा दिया जाए, तो पूरा घर तरोताजा हवा एवं प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर रहेगा और यदि वास्तु अनुसार पेड़-पौधे लगाते हैं तो घर और आसपास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहेगा।
अपने घर का दक्षिण-पश्चिम दिशा का कोना पृथ्वी तत्व का क्षेत्र होता है। अत: यह पारिवारिक रिश्ते, विवाह संबंध से जुड़ा होता है और हरे पौधे काष्ठ तत्व के प्रतीक हैं। काष्ठ पृथ्वी को नष्ट कर देता है। दक्षिण-पश्चिम में हरे पौधे का होना, इस क्षेत्र की पृथ्वी ऊर्जा के लिए हानिकारक है।
अपने बेडरूम में पौधा नहीं रखना चाहिए। लेकिन अगर कोई बीमार व्यक्ति हो तो उसके कमरे में ताजे फूलों का गुलदस्ता रखना चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि रात को सोते समय बीमार व्यक्ति के कमरे से उन फूलों को अवश्य हटा दें।