Maharani Season 2 Review: पहले की तरह दूसरा सीज़न भी रोचक

Webdunia
सोमवार, 29 अगस्त 2022 (11:16 IST)
बिहार की राजनीति के इर्दगिर्द बुनी गई वेबसीरिज 'महारानी' के सीज़न एक में बताया गया था कि कैसे एक अनपढ़ और गंवार महिला अपने पति की जगह मजबूरीवश मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालती है और फिर राजनीति के अखाड़े में बड़े खिलाड़ियों की छुट्टी कर देती है। इस सीरिज का दूसरा सीज़न आ गया है। 
 
राजनीति के इर्दगिर्द हम कई फिल्में और शोज़ देख चुके हैं, लेकिन जिनकी राजनीति दांवपेंच और षड्यंत्रों में रूचि है उन्हें 'महारानी ' का दूसरा सीज़न भी पसंद आएगा। पहले सीज़न की तरह दूसरे सीज़न में भी दस एपिसोड हैं और मेकर्स ने अपनी बात कहने में खासा समय लिया है। 
 
रानी अपने पति के लिए कुर्सी खाली करने से इंकार करती है तो दूसरी ओर विरोधी पार्टी तथा खुद की पार्टी के विरोधी रानी को कमजोर करने की कोशिश में जाल बिछाते हैं, कानून व्यवस्था बिगाड़ते हैं, लोगों को भड़काते हैं और रानी इनसे मुकाबला करती है। सीज़न 2 के अंत में सीज़न तीन की गुंजाइश छोड़ी गई है। 
 
महारानी की स्क्रिप्ट में कुछ कमियां हैं, लेकिन इसके बावजूद सीरिज देखने में मन लगा रहता है, यही इसकी सबसे बड़ी खूबी है। कुछ किरदार और प्रसंग महज लंबाई बढ़ाते हैं। 
 
हुमा कुरैशी, सोहम शाह, अमित सयाल, विनीत कुमार, कनी कुश्रुति अपनी-अपनी भूमिकाओं में सहज हैं। महारानी का पहला सीज़न आपने पसंद किया है तो दूसरा भी अच्छा लगेगा, लेकिन जो सीधे दूसरा सीज़न देखना चाहते हैं उन्हें कई बातें पल्ले नहीं पड़ेगी। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

रेड साड़ी के साथ अवनीत कौर ने पहना डीपनेक ब्लाउज, सिजलिंग अंदाज में दिए पोज

जब शाहरुख-सलमान खान को रोकने के लिए कार के बोनट पर कूद गए थे रितिक रोशन, करण अर्जुन के सेट से किस्सा किया साझा

46वें फेस्टिवल डेस 3 कॉन्टिनेंट्स में शबाना आजमी को मिला स्टैंडिंग ओवेशन

स्टार प्लस पर फिर से नज़र आएंगे नकुल मेहता, शो उड़ने की आशा के खास एपिसोड्स करेंगे होस्ट

जब सलमान खान ने जला दी थी पिता की सैलरी, फिर यूं सिखाया था सलीम खान ने सबक...

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख