कोरोना महामारी में लोगों के लिए मसीहा बनकर उभरे बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद अभी भी लोगों की मदद करने में लगातार जुटे हुए हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर सोनू सूद को लेकर एक खबर जमकर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सोनू पर अवैध तरीके से वैक्सीन जुटाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया है। आइए जानते हैं कि वायरल हो रही इस खबर में कितनी सच्चाई है...
क्या हो रहा वायरल-
फेसबुक पर सोनू सूद की एक फोटो शेयर की जा रही है, जिसपर लिखा गया है, “मोदी सरकार ने किया सोनू सूद पर मुकदमा। कहा इतने वैक्सीन तुम्हारे पास कहां से आए। अब देश में अच्छे काम करने वालो को कीमत चुकानी पड़ती है।” इस फोटो को शेयर करते हुए कई फेसबुक यूजर्स लिख रहे हैं, “कोई बताएगा मोदी सरकार ऐसा क्यों कर रही है।”
क्या है सच-
पड़ताल शुरू करते हुए हमने सबसे पहले गूगल पर अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया, लेकिन पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई रिपोर्ट नहीं मिली।
हालांकि, पड़ताल के दौरान हमें अपैल 2021 की कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें बताया गया है कि सोनू सूद ने कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव “संजीवनी: ए शॉट ऑफ लाइफ” लॉन्च की है।
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, संजीवनी वैक्सीनेशन ड्राइव नेटवर्क 18 और फेडरल बैंक का एक साझा प्रयास है। अलग-अलग एनजीओ (NGO), सरकारी संस्थाएं, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स की सहभागिता से यह अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के ज़रिए सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन के प्रति जागरूक कराया जाएगा और साथ ही टीकाकरण कराया जाएगा।
सोनू सूद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी इस अभियान के बारे में बताया था। इस अभियान की लॉन्चिंग के दौरान उन्होंने वैक्सीन लगवाई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी 11 अप्रैल 2021 को एक वीडियो को जरिए टीकाकरण की मुहिम की घोषणा की थी।
पड़ताल के दौरान हमें 16 व 17 जून 2021 की
Indian Express और
Times of India की रिपोर्ट्स मिली। इन दोनों रिपोर्ट्स के मुताबिक, बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दिया कि कोरोना महामारी में दवाओं की खरीद और आपूर्ति के लिए सोनू सूद की जांच की जाएं। इस मामले की जांच फिलहाल चल रही है।
वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि मोदी सरकार ने वैक्सीन जुटाने को लेकर सोनू सूद पर कोई केस दर्ज नहीं किया है। हालांकि, रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद और वितरण संबंधी एक मामले में सोनू का नाम आया था और मुंबई हाईकोर्ट के निर्देश पर इसकी जांच चल रही है।