Dharma Sangrah

Fact Check: क्या हेल्थ आईडी के लिए सरकार ने मांगी निजी जानकारी? जानिए सच

Webdunia
मंगलवार, 1 सितम्बर 2020 (12:19 IST)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर महत्वाकांक्षी योजना नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत की। इस योजना के तहत हर भारतीय को एक यूनिक हेल्थ आईडी कार्ड दिया जाएगा। अब, एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सरकार ने हेल्थ आईडी के रजिस्ट्रेशन के लिए लोगों से उनकी निजी जानकारियां मांगी हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय नागरिकों के पास हेल्थ डाटा पॉलिसी की समीक्षा के लिए केवल एक हफ्ता बचा है और केंद्र द्वारा ऐसा किया जाना अलोकतांत्रिक हैं। इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस योजना के तहत लोगों की मेडिकल हिस्ट्री, फाइनेंस, जेनेटिक्स, सेक्स लाइफ, जाति, धर्म और राजनीतिक विचारधारा से संबंधित जानकारी एकत्रित की जाएगी।

क्या है सच-

भारत सरकार की प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने इस रिपोर्ट को फर्जी बताया है। PIB का कहना है कि ये दावा झूठा है और सरकार ने हेल्थ आईडी के रजिस्ट्रेशन के लिए ऐसी कोई जानकारी नहीं मांगी है। हेल्थ आईडी के लिए नाम, जन्म की तारीख, राज्य जैसी जानकारियां की जरूरत होती है।

सम्बंधित जानकारी

उद्धव और राज ठाकरे ने फिर किया शक्ति प्रदर्शन, जानिए किस मुद्दे को लेकर मंच से भरी हुंकार

मोकामा हत्याकांड में चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन, पटना के ग्रामीण SP समेत 4 अधिकारियों का ट्रांसफर

तालिबान ने भारत को दिया बड़ा ऑफर! दहशत में आ जाएगा पाकिस्तान

ISRO रचेगा नया इतिहास, लांच करेगा सबसे भारी उपग्रह, प्रक्षेपण को है तैयार

मोकामा हत्याकांड पर तेजस्वी यादव बोले, क्या चुनाव आयोग मर गया है?

नवंबर में कितने दिन बंद रहेंगे बैंक, देखिए छुट्‍टियों की लिस्ट

LIVE: बिहार चुनाव में सुपर सनडे, रैलियों और रोड शो से दम दिखाएंगे दिग्गज

Mokama Election : गिरफ्तारी के बाद वायरल हुई अनंत सिंह की पोस्ट, बताया कौन लड़ेगा चुनाव?

भारत दक्षिण अफ्रीका महिला विश्व कप फाइनल आज, कैसा है मुंबई का मौसम

दुलारचंद मर्डर केस : आधी रात को बाढ़ से अनंतसिंह अरेस्ट, मुश्किल में मोकामा से जदयू प्रत्याशी

अगला लेख