महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच सोशल मीडिया पर एक पत्र वायरल हो रहा है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के लेटर हेड पर यह पत्र कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी को लिखा गया है, जिसमें महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को समर्थन नहीं देने का सुझाव दिया गया है।
क्या है वायरल-
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे गए इस कथित पत्र में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष अरशद मदनी ने लिखा है- ‘मैं आपका ध्यान महाराष्ट्र में चल रही गंदी राजनीति की ओर खींचना चाहता हूं। ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप शिवसेना को समर्थन देने के बारे में सोच रही हैं। ये फैसला कांग्रेस पार्टी के लिए काफी खतरनाक होगा।
क्या है सच-
पत्र वायरल होने के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा- ‘महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद का ये लेटर झूठ है। जमीयत ने ऐसा कोई लेटर जारी नहीं किया’।
अरशद मदनी का कहना है कि सरकार कौन बना रहा है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है। हम किसी को ऐसी सलाह नहीं देते हैं। हमने कभी कांग्रेस पार्टी या उनके नेता को पत्र नहीं लिखा है। राजनीति से हमारा कोई वास्ता नहीं है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वायरल हो रहा पत्र फर्जी है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सोनिया गांधी या कांग्रेस को ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है।