कोरोनावायरस से चीन में 2,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और सोशल मीडिया पर इस महामारी से संबंधित फर्जी खबरों की बाढ़ आ गई है। इन दिनों एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि वुहान की सड़कों पर कोरोनो वायरस के रोगियों के शव पड़े हैं।
क्या है वायरल-
न्यूयॉर्क के एक न्यूजपेपर ने अपने ऑफिशियल फेसबुक अकाउंट से यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा- “चीनी सरकार नहीं चाहती कि आप यह वीडियो देखें। वुहान की सड़क पर एक छोटी-सी मोटरसाइकिल की सवारी आपको चीन की असली तस्वीरें दिखाती है, चारों ओर कोरोनो वायरस के रोगियों के शव पड़े हैं।
ट्विटर पर भी यह वीडियो ऐसी ही दावों के साथ शेयर किया जा रहा है।
क्या है सच-
आपको बता दें कि वायरल दावा फेक है। हमें अपनी पड़ताल में ग्लोबल न्यूज एजेंसी
AFP द्वारा इस वायरल वीडियो पर किया गया फैक्टचेक मिला, जिसके मुताबिक, यह वीडियो वुहान का नहीं, बल्कि वुहान से 1,094 किलोमीटर दूर शेनजेन नामक शहर का है और सड़क पर जो लोग दिख रहे हैं वो सो रहे हैं, न कि लोगों के शव हैं।
वायरल वीडियो पर कई यूजर्स ने कमेंट कर भी इस ओर ध्यान दिलाया है कि वीडियो के 28वें सेकंड पर एक शख्स पैर हिलाता नजर आ रहा है और कई यूजर्स ने बताया कि शेनजेन के मकान मालिक वायरस के डर से बाहरी लोगों को अपने घर रहने के लिए नहीं दे रहे हैं।
कई ट्विटर यूजर्स ने यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि कोरोना वायरस के कारण शेनजेन ने नया आदेश लागू किया है और कई लोग रातभर सड़क पर सोते रहे।
दरअसल, शेनजेन सरकार ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 9 फरवरी को घोषणा की थी कि लोगों को शहर के आवासीय क्षेत्रों में प्रवेश करने और बाहर जाने के लिए परमिट की आवश्यकता होगी।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि वुहान की सड़कों पर कोरोनो वायरस के रोगियों के शव पड़े होने का वायरल दावा फेक है।