शादी वही पर अंदाज अलग

यादगार बनाएँ शादी

गायत्री शर्मा
ND
ND
आजकल दूसरों से अलग दिखने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। कोई बड़े-बड़े डिजाइनर्स से कपड़े बनवाता है तो कोई शहर में सबसे पहले महँगी कार लाता है। यह सब कुछ किया जाता है अपने स्टेटस को मेंटेन करने के लिए।

इसी तर्ज पर अब विवाह समारोह भी प्रदर्शन से अछूते नहीं रहे हैं। सबसे महँगा मैरेज हॉल बुक करने से लेकर उसकी ड्रेस, ज्वेलरी सबमें कुछ अलग व हटकर किया जाता है।

भारतीय परंपरा में विवाह एक ऐसा संस्कार है। जिसका मौका जीवन में एक ही बार आता है। इस समारोह को व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाता है तथा अपनी खुशियों में शरीक होने के लिए सभी रिश्तेदारों व मित्रों को स्नेहिल आमंत्रण भेजा जाता है।

हमारी संस्कृति में वि‍विधताओं का समावेश है। इन्हीं विविधताओं को आजकल विवाह समारोहों में भी देखा जा रहा है।

जिसे खर्चीला व यादगार बनाने के लिए उसकी 'स्पेशल थीम' रखी जाती है। विवाह के आमंत्रण पत्र का मेटर व बाहरी कलेवर भी इन्हीं थीम्स पर आधारित रहता है।

विवाह का मुख्य उद्देश्य मेल-मिलाप के साथ-साथ समारोह में पधारे हर अतिथि के दिलों पर राज करना होता है। भला कोई विवाह समारोह में आए और बेहतरीन अरेंजमेंट व लज़ीज खाने की तारीफ न करे, ऐसा कैसे हो सकता है? इन्हीं की वाहवाही के लिए तो यह सब कुछ किया जाता है।

* क्या है ट्रेंड :-
विवाह समारोह को कुछ हट के व यादगार बनाने के लिए इनका सारा काम अलग-अलग व्यक्तियों को ठेके से दिया जाता है। जिसमें भोजन, डेकोरेशन, ड्रेस अप आदि होता है।

आजकल विवाह समारोहों में पश्चिमी व भारतीय थीम दोनों का चलन है। पश्चिमी थीम में मोरक्कन, रोमन, पारसी, अरेबियन व मुगल थीम तो वहीं भारतीय थीम में गुजराती, पंजाबी, राजस्थानी आदि थीम का चलन है।

* कैसा होता है डेकोरेशन :-
थीम बेस्ड डेकोरेशन में दूल्हा-दुल्हन के ड्रेस-अप से लेकर भोजन, केटरर्स, साज-सज्जा सब कुछ थीम पर ही आधारित रहता है।

जहाँ राजस्थानी थीम में राजस्थानी धोती-कुर्ता पहने केटरर्स, राजस्थानी भोजन, संगीत, डेकोरेशन आदि सब कुछ राजस्थानी कल्चर पर बेस्ड होता है। इसी प्रकार गुजराती थीम में भी पारंपरिक गुजराती कल्चर को ध्यान में रखकर डेकोरेशन किया जाता है।

आजकल एक नई थीम 'नेचुरल थीम' का भी चलन है। जिसमें नेचर बेस्ड डेकोरेशन होता है। घास के समान मुलायम हरी कालीन जहाँ आप पैरों को प्राकृतिक हरी घास सा अहसास देती है।

वहीं पानी के डेकोरेटिव झरने व आर्टिफिशियल हरे-भरे पेड़ पौधे प्राकृतिक वातावरण की सुंदरता का अहसास कराते हैं।

* क्यों किया जाता है पसंद :-
अर्पण श्रीवास्तव के अनुसार - 'शादी जीवन में एक ही बार होती है और यह ऐसी होना चाहिए कि इसमें शरीक होने वाले लोग सालों तक इसे याद रखें।'

गहना व्यवसायी ललित सोनी मानते है कि थीम बेस्ड डेकोरेशन हमें एक अलग ही अहसास करता है, जो आम शादियों से अलग होता है। कुछ पल के लिए लगता है कि हम भी उस थीम में पूरी तरह से खो गए हैं।'

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या आप भी शुभांशु शुक्ला की तरह एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं, जानिए अंतरिक्ष में जाने के लिए किस डिग्री और योग्यता की है जरूरत

हार्ट अटैक से एक महीने पहले बॉडी देती है ये 7 सिग्नल, कहीं आप तो नहीं कर रहे अनदेखा?

बाजार में कितने रुपए का मिलता है ब्लैक वॉटर? क्या हर व्यक्ति पी सकता है ये पानी?

बालों और त्वचा के लिए अमृत है आंवला, जानिए सेवन का सही तरीका

सफेद चीनी छोड़ने के 6 जबरदस्त फायदे, सेहत से जुड़ी हर परेशानी हो सकती है दूर

सभी देखें

नवीनतम

क्या संविधान से हटाए जा सकते हैं ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ जैसे शब्द? क्या हैं संविधान संशोधन के नियम

सिरदर्द से तुरंत राहत पाने के लिए पीएं ये 10 नैचुरल और स्ट्रेस बस्टर ड्रिंक्स

'आ' से अपनी बेटी के लिए चुनिए सुन्दर नाम, अर्थ जानकर हर कोई करेगा तारीफ

आषाढ़ अष्टाह्निका विधान क्या है, क्यों मनाया जाता है जैन धर्म में यह पर्व

आरओ के पानी से भी बेहतर घर पर अल्कलाइन वाटर कैसे बनाएं?