आज मेरे यार की शादी है

मैं क्यों न सजूँ

गायत्री शर्मा
NDND
शादी एक ऐसा समारोह है, जिसमें दुल्हा-दुल्हन तो सजते ही हैं पर उनसे भी ज्यादा सजते व उत्साहित रहते हैं बाराती। जिनक े कपड़े, गहने, जूते-चप्पल सब कुछ फैशनेबल होते हैं।

संगीत की धुन पर नाचते-गाते इन युवक-युवतियों का जोश व उत्साह देखते ही बनता है। अपने यार की शादी में इनकी खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहता। इस बहाने दोस्तों के साथ मौज-मस्ती का बहाना जो मिल जाता है।

दीपावली के आसपास शादियों का सीज़न शुरू हो जाता है। इसी के साथ ही शॉपिंग की लंबी लिस्ट तैयार होती है दुल्हा-दुल्हन के दोस्तों की। हर शादी में एक 'नया परिधान और उस पर नवाबी शान'। यही सोच रहती है आजकल के युवाओं की।

शादियों में आजकल हर मेहँदी, हल्दी, संगीत आदि सभी कार्यक्रम व्यापक स्तर पर होते हैं। जिनमें दूल्हा-दुल्हन के दोस्त और सभी रिश्तेदार श़रीक होते हैं। यह वे मौके होते हैं जब सजने-सँवरने के बहाने मिल जाते हैं।

इन समारोहों के लिए विशेष तौर पर डिजाइनर्स ऑरेंज, रेड, ब्लू, ग्रीन आदि कलर्स का चयन अपने ड्रेस कलेक्शन के लिए करते हैं। इन पर महँगी गोल्डन-सिल्वर कढ़ाई, क्रिस्टल्स, गोटा आदि इन परिधानों को हेवी लुक प्रदान करते हैं।

पारंपरिक साड़ी, लहँगा-चुन्नी, कुर्ता-पयजामा के साथ-साथ ज्वैलरी भी हेवी पहनी जाती है। अब गए वो जमाने, जब गोल्ड व सिल्वर की पारंपरिक ज्वैलरी पहनी जाती थी।

आजकल तो कुंदन, डायमंड व स्टोन की ज्वैलरी का है। इसी के साथ ही व्हाइट गोल्ड व प्लेटिनम ज्वैलरी भी खासी पसंद की जा रही है।

इन सजे धजे युवक-युवतियों को देखकर लगता है कि दूल्हा-दुल्हन के साथ-साथ ये भी यहाँ अपने जीवन की डोर बाँधने आए हैं। इनकी नजरें भी बार-बार किसी को तलाशती हैं।

यह सच भी है। जब तक शादियों में थोड़ी-बहुत छेड़खानी व शरारतें न हों तो फिर क्या मजा शादी में शरीक होने का? शादी की शान ही दूल्हा-दुल्हन के दोस्त होते हैं, जो इन समारोहों का पूरा-पूरा लुत्फ उठाते हैं।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

युद्ध के संबंध में क्या कहती है चाणक्य नीति?

बच्चों की कोमल त्वचा पर भूलकर भी न लगाएं ये प्रोडक्ट्स, हो सकता है इन्फेक्शन

वास्तु के अनुसार कैसे प्राप्त कर सकते हैं नौकरी

पाकिस्तान से युद्ध क्यों है जरूरी, जानिए 5 चौंकाने वाले कारण

घर की लाड़ली को दीजिए श अक्षर से शुरू होने वाले ये पारंपरिक नाम

सभी देखें

नवीनतम

पहलगाम अटैक के बाद क्‍यों हो रही है फिल्‍म The Social Dilemma की चर्चा?

इंदौर में स्वस्थ जीवनशैली और लंबी उम्र के लिए जागरूकता कार्यक्रम, "लिव लॉन्ग, लिव स्ट्रॉन्ग"

भारत-पाक युद्द हुआ तो इस्लामिक देश किसका साथ देंगे?

गर्मियों में इन हर्बल प्रोडक्ट्स से मिलेगी सनबर्न से तुरंत राहत

जल की शीतलता से प्रभावित हैं बिटिया के ये नाम, एक से बढ़ कर एक हैं अर्थ