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क्यों फ्लाइट से ऑफिस जाती है ये महिला, रोज 600 किमी सफर तय कर बनीं वर्क और लाइफ बैलेंस की अनोखी मिसाल

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हमें फॉलो करें क्यों फ्लाइट से ऑफिस जाती है ये महिला, रोज 600 किमी सफर तय कर बनीं वर्क और लाइफ बैलेंस की अनोखी मिसाल

WD Feature Desk

, बुधवार, 12 फ़रवरी 2025 (18:59 IST)
Rachel Kaur Story:आजकल लोग ऑफिस जाने के लिए कई तरह के तरीके अपनाते हैं। कुछ लोग अपनी गाड़ी से जाते हैं, कुछ पब्लिक ट्रांसपोर्ट से, तो कुछ पैदल या साइकिल से। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई रोजाना प्लेन से ऑफिस जाता है? जी हां, मलेशिया की रहने वाली रेचल कौर ऐसा ही करती हैं। उनकी कहानी सुनकर आप दंग रह जाएंगे।

आज हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जो अपने बच्चों के प्यार और परिवार के लिए कुछ भी करने को तैयार है। रेचल कौर, भारतीय मूल की एक ऐसी मां हैं, जो मलेशिया में रहती हैं, और अपने दो प्यारे बच्चों के लिए रोज़ाना 600 किलोमीटर हवाई जहाज से सफर करती हैं। उनकी यह कहानी सुनकर आप हैरान रह जाएंगे, और उनके हौसले को सलाम करेंगे।

रेचल की दिनचर्या
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रेचल की दिनचर्या सुबह 4 बजे शुरू होती है। मलेशिया के पेनांग शहर में अपने घर से निकलकर, वह कुआलालामपुर के लिए अपनी "जंग" शुरू करती हैं। कुआलालामपुर में उनका ऑफिस है, और वहां रहने के मुकाबले उन्हें रोज़ाना हवाई जहाज से सफर करना सस्ता पड़ता है। रेचल सुबह 5 बजे घर से एयरपोर्ट के लिए निकलती हैं। सुबह 5:55 बजे उनकी फ्लाइट की बोर्डिंग होती है। फ्लाइट से उनके ऑफिस तक का सफर आमतौर पर आधे घंटे या 40 मिनट का होता है, और वह सुबह 7:45 तक अपने ऑफिस पहुंच जाती हैं।

कैसे बचते हैं पैसे?
आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि रोज़ाना हवाई जहाज से सफर करने में तो बहुत पैसे खर्च होते होंगे? लेकिन, रेचल का मामला थोड़ा अलग है। दरअसल, कुआलालामपुर में रहने का खर्च उन्हें बहुत ज्यादा लग रहा था। वहां उन्हें किराए पर रहना पड़ता था, और महीने का औसतन 474 यूएस डॉलर खर्च आता था।
जबकि, रोज़ाना फ्लाइट से आना-जाना करने में उनके केवल 316 यूएस डॉलर खर्च होते हैं। रेचल बताती हैं कि एयरपोर्ट से ऑफिस तक पहुंचने में उन्हें सिर्फ 5 से 7 मिनट लगते हैं। वह एयर एशिया एयरलाइंस में काम करती हैं, और इसलिए उन्हें टिकट पर काफी डिस्काउंट भी मिल जाता है। ALSO READ: बिन बालों की ब्राइड निहार सचदेव का बोल्ड एंड ब्यूटीफुल लुक, ताने मारने वालों को ऐसे दिया करारा जवाब

परिवार के लिए प्यार
रेचल के इस अनोखे सफर की वजह है उनका परिवार। कुआलालामपुर में अकेले रहने से ज्यादा, उन्हें अपने बच्चों के साथ रहना पसंद है। वह बताती हैं कि इस तरह वह रोजाना ऑफिस भी मैनेज कर लेती हैं, और वापस अपने घर जाकर अपने बच्चों को भी समय दे पाती हैं। उनके लिए, अपने बच्चों के साथ बिताया हुआ हर पल अनमोल है।

क्या कह रहे हैं लोग
रेचल कौर की कहानीइंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही है। लोगों के लिए ये अनोखा मामला है जब एक महिला अपने परिवार और बच्चों के साथ अपने करिअर को इस तरीके से मैनेज कर रही है। ये कहानी उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के साथ-साथ अपने परिवार की भी देखभाल करना चाहती हैं। कुछ लोग रेचल कौर की इस कहानी को देख उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं वहीँ कुछ लोग इसे पैसे का खेल बता रहे हैं। कुछ का कहना है ये मजबूरी है जबकि कुछ लोग इसे शौक का नाम दे रहे हैं। 


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