✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
लोकसभा चुनाव का इतिहास
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
लोकसभा चुनाव
IPL 2024
बॉलीवुड
धर्म-संसार
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
महिला दिवस कविता : खिलने से पहले, कली का मसलना
Webdunia
शकुंतला सरुपरिया
रात के पिछले पहर मैंने वो सपना देखा
खिलने से पहले, कली का वो मसलना देखा
एक मासूम कली, कोख में मां के लेटी
सिर्फ गुनाह कि नहीं बेटा, वो थी इक बेटी
सोचे बाबुल कि जमाने में होगी हेटी
बेटी आएगी पराए धन की एक पेटी
सुबह-सांझ बाबा का बेटा-बेटा रटना देखा
तन्हा मां के तब कलेजे का यूं फटना देखा
दादी चाहे कि एक पोते की ही दादी वो बने
दादा चाहे कि मेरे वंश में, बेटी न जने
मां की मजबूरी, कि बिनती वो उल्टी ही गिने
जां बचाने को कायरता में, हाथ खून ने सने
खुद की लाचारी में एक मां का कलपना देखा
आंखों से अश्क नहीं खून का टपकना देखा
बेईमानी से उसे कोख में पहचाना गया
फिर किसी जख़्म की मानिंद कुरेदा भी गया
अनगढ़े हाथों को, पैरों को कुचल काटा गया
नैनों को, होंठो को, गालों को नोंचा भी गया
कितना आसान है, बेटी का यूं मरना देखा
कोख में कत्ल हुई, बेटी का तड़पना देखा
क्या मिला तुमको, बताओ ऐ जमाने वालों
बेटे को बेटी से बेहतर बताने वालों
किसी की मजबूर-सी मां को यूं दबाने वालों
लम्हा-लम्हा किसी के प्राण मिटाने वालों
किसी सीता का फिर अग्नि से, गुज़रना देखा
द्रौपदी-सा किसी का दांव पे लगना देखा
सबने खुदगर्जी में बस मतलब देखा
कैसे बर्बाद, वतन होगा ये अपना देखा
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे
थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव
गर्मियों में करें ये 5 आसान एक्सरसाइज, तेजी से घटेगा वजन
वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे
गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे
सभी देखें
नवीनतम
फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड
01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में
चित्रकार और कहानीकार प्रभु जोशी के स्मृति दिवस पर लघुकथा पाठ
गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे
Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?
अगला लेख
महिला दिवस : ब्याह के नाम पर बिकती बेटियां...