महिला दिवस विशेष : 30 के बाद महिलाओं की हेल्थ के लिए ये 6 टेस्ट हैं बेहद जरूरी

जानिए क्यों और कब करवाना चाहिए ये मेडिकल टेस्ट

WD Feature Desk
सोमवार, 3 मार्च 2025 (18:12 IST)
Which medical tests are necessary at 30th year for women : महिलाओं का स्वास्थ्य उनकी पूरी जीवनशैली पर निर्भर करता है। 30 की उम्र के बाद शरीर में कई तरह के हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होने लगते हैं, जो भविष्य में गंभीर बीमारियों का रूप ले सकते हैं। ऐसे में महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना चाहिए और नियमित हेल्थ चेकअप कराना चाहिए।  हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 30 के बाद महिलाओं को कुछ जरूरी मेडिकल टेस्ट करवा लेने चाहिए, ताकि किसी भी बीमारी का समय रहते पता लगाया जा सके और सही इलाज किया जा सके। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के खास मौके पर हम आपकी हेल्थ के लिए बेहद जरूरी कुछ हेल्थ टेस्ट के बारे में बता रहे हैं, जो न केवल सेहतमंद जीवन जीने में मदद करेंगे बल्कि गंभीर बीमारियों से भी बचाव करेंगे।
 
1. पैप स्मीयर टेस्ट (Pap Smear Test)
30 की उम्र के बाद महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। पैप स्मीयर टेस्ट इस कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान करने में मदद करता है, जिससे समय रहते इलाज किया जा सकता है।
क्यों जरूरी है? 
कब करवाना चाहिए?
2. मैमोग्राफी (Mammography)
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में तेजी से फैलने वाली बीमारियों में से एक है। 30 के बाद ब्रेस्ट टिशू में बदलाव आ सकते हैं, जिससे आगे चलकर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
क्यों जरूरी है?
कब करवाना चाहिए?
3. ब्लड शुगर टेस्ट (Blood Sugar Test)
गलत लाइफस्टाइल और खराब खानपान के कारण महिलाओं में डायबिटीज तेजी से बढ़ रही है। 30 की उम्र के बाद ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाना बेहद जरूरी है।
क्यों जरूरी है?
कब करवाना चाहिए?
4. लिपिड प्रोफाइल टेस्ट (Lipid Profile Test)
30 के बाद महिलाओं को अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करानी चाहिए, क्योंकि हाई कोलेस्ट्रॉल का स्तर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का कारण बन सकता है।
क्यों जरूरी है?
कब करवाना चाहिए?
5. थायरॉइड टेस्ट (Thyroid Test)
थायरॉइड असंतुलन महिलाओं में वजन बढ़ना, मूड स्विंग्स, बाल झड़ना और इनफर्टिलिटी जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्यों जरूरी है?
कब करवाना चाहिए?
6. विटामिन डी और बी12 टेस्ट
महिलाओं में विटामिन डी और बी12 की कमी से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिससे बार-बार बीमार होने का खतरा रहता है।
क्यों जरूरी है?

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