पूरे टूर्नामेंट में अच्छा नहीं खेले-स्ट्रॉस

Webdunia
रविवार, 27 मार्च 2011 (08:47 IST)
श्रीलंका के हाथों क्वार्टर फाइनल में दस विकेट से शर्मनाक हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर हुए इंग्लैंड टीम के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने स्वीकार किया कि उनकी टीम पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और दबाव का सामना करने में नाकाम रही।

बमुश्किल नॉकआउट चरण में पहुँचे इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 229 रन बनाए। श्रीलंका ने यह लक्ष्य 63 गेंद शेष रहते बिना कोई विकेट गँवाए हासिल कर लिया।

स्ट्रॉस ने मैच के बाद कहा कि हमें लगा कि हम 30 रन पीछे रह गए लेकिन असल में 50 रन और बनाने चाहिए थे। हमें लगा कि शुरूआती विकेट लेकर दबाव बना लेंगे लेकिन ऐसा हो नहीं सका।

उन्होंने कहा कि हम आज एक बेहतर टीम से खेल के हर विभाग में हार गए। उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करके दबाव बनाया। हम ऐसा नहीं कर सके। वैसे ईमानदारी से कहूँ तो पूरे टूर्नामेंट में हमारी टीम अच्छा नहीं खेल पाई।

वहीं विजयी कप्तान कुमार संगकारा ने इस जीत के बावजूद अपने खिलाड़ियों को पैर जमीन पर रखने की ताकीद देते हुए कहा कि अब अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें इस जीत पर आत्ममुग्ध होने की जरूरत नहीं है। हमें अपने पैर जमीन पर रखने होंगे।

उन्होंने जीत का श्रेय थरंगा और दिलशान को देते हुए कहा कि दोनों ने बेहतरीन पारियाँ खेली। इससे मुझे हेडिंग्ले (2006) की याद ताजा हो गई। संगकारा ने कहा कि हमने गेंदबाजी में भी अच्छी शुरुआत की और दबाव बनाए रखा।

ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की माँसपेशियों में खिंचाव के बारे में उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और अगले मैच तक वह फिट हो जाएगा।

मैन ऑफ द मैच तिलकरत्ने दिलशान ने कहा कि नई गेंद की जिम्मेदारी लेकर उन्हें अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि मैने संगकारा से कहा कि नई गेंद मुझे रास आती है। यह बेहतरीन वनडे क्रिकेट था और बहुत मजा आया। उन्होंने कहा कि अगले मैचों में इस लय को बरकरार रखना जरूरी है। (भाषा)

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