भारत की जीत के लिए भूखी रहीं लता

Webdunia
शुक्रवार, 1 अप्रैल 2011 (17:35 IST)
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सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की क्रिकेट के लिए दीवानगी जगजाहिर है लेकिन यह शायद ही किसी को पता हो कि पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप सेमीफाइनल के दौरान तो वह भारतीय टीम की जीत के लिए पूरे समय भूखी-प्यासी बैठी रहीं। लता ने घर पर अपनी बहनों और उनके परिवार के साथ बैठकर मैच देखा।

उन्होंने बताया कि मैने पूरा सेमीफाइनल मैच देखा और मैं बहुत तनाव में थी। मुझे डर लग रहा था कि मीडिया हाइप की वजह से टीम दबाव में ना आ जाए। जरूरत से ज्यादा हाइप हो गई थी मैच को लेकर।

उन्होंने कहा कि हमारे घर में सभी क्रिकेट मैच के दौरान जीत के लिए तरह-तरह के अंधविश्वास मानने लगते हैं। मैं और मेरी बहनें मीना और उषा भी सेमीफाइनल मैच के दौरान बिना कुछ खाए-पिए बैठे रहें। मैं भगवान से जीत की प्रार्थना करती रही और मैच खत्म होने के बाद रात में एक बजे हमने खाना खाया।

लता ने कहा कि मैच के समय उन्हें उतना ही तनाव रहता है जितना खिलाड़ियों को। उन्होंने कहा कि फाइनल में भी मुकाबला बराबरी का है लिहाजा तनाव तो है। मुझे चार अप्रैल को पुणे में एक कार्यक्रम में पुरस्कार लेने जाना है लेकिन दो अप्रैल को मैं पूरा फाइनल मैच देखने के बाद ही जाउँगी।

सचिन तेंडुलकर को अपना बेटा मानने वाली इस महान गायिका ने यह भी कहा कि उन्हें टीम की जीत के साथ सचिन के शतक का भी इंतजार है।

लता ने कहा कि भारत की जीत का इंतजार तो है। अगर सचिन का सौवाँ शतक भी होता है तो सोने पे सुहागा रहेगा। मैं ईश्वर से उसके लिए प्रार्थना करूँगी और मुझे लगता है कि वह वानखेड़े स्टेडियम पर शतकों का शतक पूरा करेगा।

टीम की जीत के बारे में कोई कयास लगाने से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि श्रीलंका भी अच्छी टीम है लिहाजा दोनों का बराबर मौका है। क्रिकेट में वैसे भी कोई कयास नहीं लगा सकते। मुझे लगा था कि पाकिस्तान के खिलाफ युवराज अच्छा खेलेगा तो वह जीरो पर आउट हो गया। इसलिए मैं कोई कयास नहीं लगाती।

विश्वकप 1983 का फाइनल लार्डस पर बैठकर देखने वाली लता ने कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम के जीतने के बाद दिल्ली में टीम के सम्मान में एक कन्सर्ट किया था। इसमें कपिल, सुनील गावस्कर, श्रीकांत समेत सभी क्रिकेटरों ने उनके साथ एक गीत गाया था।

यह पूछने पर कि क्या महेंद्रसिंह धोनी एंड कंपनी को भी ऐसी कोई सौगात उनकी तरफ से मिल सकती है, उन्होंने कहा कि अभी तो मैं कुछ कह नहीं सकती। देखते हैं कि आगे क्या होता है। मेरी शुभकामनाएँ भारतीय टीम के साथ है और फिलहाल तो फाइनल का इंतजार है। (भाषा)

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