सेमीफाइनल को लेकर काफी रोमांचित हैं-वकार

Webdunia
शुक्रवार, 25 मार्च 2011 (16:56 IST)
पाकिस्तान के कोच वकार यूनुस ने कहा है कि उनकी टीम सहमेजबान भारत के खिलाफ सेमीफाइनल के मैदान ए जंग में उतरने को लेकर खासी रोमांचित है।

वकार ने कहा कि विश्वकप फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत में भारत के खिलाफ भिड़ना हमारी टीम के लिए चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन हम इस मैच के लिए काफी उत्साहित है। उन्होंने कहा विश्वकप में भारत से बड़ा प्रतिद्वंद्वी कोई नहीं हो सकता है। हमने पिछले कुछ वर्षों से अपने देशों में एक-दूसरे के खिलाफ मैच नहीं खेला है। इसलिए इस मैच में उत्साह और दबाव चरम होगा। भारत और पाकिस्तान में लोग क्रिकेट से दीवानगी की हद तक प्यार करते हैं इसलिए दोनों टीमों के बीच मैच का रोमांच और भी बढ़ जाता है।

पाकिस्तान ने पहले क्वार्टर फाइनल में वेस्टइंडीज को एकतरफा मुकाबले में 10 विकेट से रौंदकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की है। वहीं भारत ने गुरुवार को दूसरे क्वार्टर फाइनल में गत तीन बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को बेहद रोमांचक मुकाबले में पाँच विकेट से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। अब दोनों टीमें फाइनल में जगह बनाने के लिए बुधवार को आमने-सामने होंगी।

वकार ने कहा कि हम भारत में उसी की जमीन पर खेलने जा रहे हैं। इस मैच में न केवल हमारी टीम पर बल्कि भारत पर भी काफी दबाव होगा और जो टीम इस दबाव को झेलते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में कामयाब रहेगी वही फाइनल में जगह बनाएगी।

उन्होंने कहा हमने वेस्टइंडीज के खिलाफ आसानी से जीत दर्ज कर ली और उम्मीद है कि आगे भी हमें ऐसे ही आसान जीत मिलती रहेगी। यही हमारा लक्ष्य है। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि इस बार हमारे सामने जो प्रतिद्वंद्वी होगा वह काफी मजबूत है और उसे हराना आसान नहीं होगा।

वकार ने कहा भारतीय टीम के पास मोहाली में खेले जाने वाले सेमीफाइनल में घरेलू दर्शकों का अपार समर्थन होगा। लेकिन हमें उम्मीद है कि लाहौर से भी कुछ लोग यहाँ आएँगे और हमारा हौसला बढ़ाएँगे। (भाषा)

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?