सचिन को कंधे पर घुमाया

बह निकली आँसुओं की धार

Webdunia
रविवार, 3 अप्रैल 2011 (09:15 IST)
PTI
सचिन तेंडुलकर के लिए विश्वकप जीतने का वादा करने वाली टीम इंडिया ने जब श्रीलंका को फाइनल में हराकर इसे पूरा किया तो खिलाड़ी अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके और इस चैम्पियन बल्लेबाज को कंधे पर बिठाकर टीम इंडिया ने वानखेड़े स्टेडियम का चक्कर लगाया।

कप्तान महेंद्रसिंह धोनी ने छक्का लगाकर ज्यों ही टीम को जीत दिलाई, दूसरे छोर पर उनके साथ खड़े युवराजसिंह दौड़कर उनके गले मिले और फफक पड़े।

ड्रेसिंग रूम में बैठे तमाम भारतीय खिलाड़ियों ने मैदान पर दौड़कर युवराज और धोनी को गले लगा लिया। हरभजनसिंह हो या सचिन तेंडुलकर या फिर पहला विश्व कप खेल रहे विराट कोहली, सभी की आँखों में खुशी के आँसू थे।

युसूफ पठान, सुरेश रैना और विराट कोहली ने मिलकर सचिन को कंधे पर उठा लिया और पूरी टीम ने ‘सचिन-सचिन’ चिल्लाते हुए वानखेड़े स्टेडियम का चक्कर लगाया।

विराट ने कहा कि इस चैम्पियन खिलाड़ी ने 21 साल तक देश की उम्मीदों का बोझ उठाया है और आज हमारी बारी थी उन्हें कंधे पर उठाकर सम्मान देने की।

फाइनल में 97 रन की मैच जिताऊ पारी खेलने वाले गौतम गंभीर ने कहा कि हम सभी की आँखों में खुशी के आँसू हैं। हमने 2007 विश्वकप में खराब खेला था लेकिन आज जीतने का सपना सच हो गया। (भाषा)

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?