झपकी ध्यान योगा टिप्स

अनिरुद्ध जोशी 'शतायु'
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ऑफिस में कंम्प्यूटर पर काम करते-करते मानसिक रूप से व्यक्ति थक जाता है और आँखें भी दर्द करने लगती है। ऐसे में नहीं चाहते हुए भी कई बार हमारी आँखें हमें जबरदस्ती खोलकर रखना पड़ती है जबकि लगातार नींद का झोका आता रहता है।

ऑफिस में हम अपनी आँखों को बंद करने से बचाते रहते हैं और अंतत: लम्बे समय के बाद हम नजर दोष का शिकार हो जाते हैं, साथ ही मानसिक तनाव भी बढ़ता जाता है। ऐसे में यदि आप झपकी ध्यान का सहारा लेंगे तो उपरोक्त समस्या से बच जाएँगे।

कैसे मारे झपकी : जहाँ भी जैसी भी स्थिति में बैठे या खड़े हैं तो स्वयं को स्थिर करते हुए पूरी तरह से आँखें बंद करके सिर्फ एक मिनट का झपकी ध्यान करें। ऑफिस या घर में जब भी लगे तो झपकी मार ही लें। इसमें साँसों के आवागमन को तल्लीनता से महसूस करें। गहरी-गहरी साँस लें।

हिदायत : यह न सोचें क‍ि कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा। हाँ आफिस में इसे सतर्कता से करें, वरना बॉस गलत समझ बैठेंगे। इस ध्यान से आप स्वयं को हर वक्त तरोताजा महसूस करेंगे। यह प्रत्येक एक से डेढ़ घंटे के दौरान कर सकते हैं।

इसका लाभ : आठ घंटे की नींद से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है एक मिनट का यह झपकी ध्यान, जो मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ाता है और व्यक्ति को हमेशा तरोताजा रखता है। इससे मानसिक तनाव घटता है तथा आँखों को आराम मिलता है। इससे श्वास संतुलित बनती है और हृदय तथा फेंफड़ों में पुन: जाग्रति आती है।

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