कंप्यूटर पर लगातार आठ से दस घंटे काम करके कुछ लोग कई तरह के रोगों का शिकार हो जाते हैं या फिर तनाव व थकान से ग्रस्त रहते हैं। निश्चित ही कंप्यूटर पर लगातार आंखे गड़ाए रखने के अपने नुकसान तो हैं ही इसके अलावा भी ऐसी कई छोटी-छोटी समस्याएं भी पैदा होती है, जिससे हम जाने-अनजाने लड़ते रहते हैं। तो आओ जाने की इन सबसे कैसे बचा जाए।
10 नुकसान :
1. स्मृति दोष
2. दूर दृष्टि कमजोर पड़ना
3. चिड़चिड़ापन और तनाव
4. पीठ दर्द
5. शारीरिक थकान
6. मानसिक थकान
7. भ्रम
8. दिमागी द्वंद्व
9. कब्ज
10. अनिद्रा
5 बचाव :
1. आपका कंप्यूटर आपकी आंखों के ठीक सामने रखा हो। ऐसा न हो की आपको अपनी आंखों की पुतलियों को ऊपर उठाए, दाएं या बाएं घुमाकर लगातर रखना पड़ रहा हो। ऐसे में जरा सिस्टम जमा लें।
2. कंप्यूटर को आंखों से कम से कम 3 फिट दूर रखना चाहिए।
3. कंप्यूटर पर काम करते वक्त अपनी सुविधानुसार हर 5 से 10 मिनट बाद 20 फुट दूर देखें। इससे दूर दृष्टि बनी रहेगी।
4. स्मृति दोष से बचने के लिए अपने दिनभर के काम को रात में उल्टेक्रम में याद करें।
5. जो भी खान-पान है उस पर पुन: विचार करें।
10 योगा टिप्स :
1. आंखों की सुरक्षा और थकान मिटाने के लिए सुबह ध्यान और रात में सोते वक्त योग निद्रा का अभ्यास करें।
2. अंग संचाल के अंतर्गत आंखों की एक्सरसाइज करें। जैसे आंखों की पुतलियों को दाएं-बाएं और ऊपर-नीचे नीचे घुमाते हुए फिर गोल-गोल घुमाएं। इससे आंखों की मांसपेशियां मजबूत होंगी।
3. पीठ दर्द से निजात के लिए दाएं-बाएं बाजू को कोहनी से मोड़िए और दोनों हाथों की अंगुलियों को कंधे पर रखें। फिर दोनों हाथों की कोहनियों को मिलाते हुए और सांस भरते हुए कोहनियों को सामने से ऊपर की ओर ले जाते हुए घुमाते हुए नीचे की ओर सांस छोड़ते हुए ले जाएं। ऐसा 5 से 6 बार करें फिर कोहनियों को विपरीत दिशा में घुमाइए।
4. गर्दन को दाएं-बाएं, फिर ऊपर-नीचे नीचे करने के बाद गोल-गोल पहले दाएं से बाएं फिर बाएं से दाएं घुमाएं। बस इतना ही। इसमें सांस को लेने और छोड़ने का ध्यान जरूर रखें।
5. आसनों में ताड़ासन, अर्ध-मत्स्येन्द्रासन, ब्रह्म मुद्रा, नौकासन और विपरीत नौकासन।
6. प्राणायामों में नाड़ी शोधन और कपालभाति प्राणायाम करें।
7. ध्यान में आप करें विपश्यना या फिर सिर्फ ध्यान दें सांसों के आवागमन पर। गहरी-गहरी सांस लें और छोड़ें। और इस लेने और छोड़ने की क्रिया पर ही पूरा ध्यान केंद्रित कर इसका मजा लें।
8. आठ घंटे कार्य करने के दौरान जब भी समय मिले तो या तो झपकी ध्यान करें। अर्थात 2 मिनट की झपकी ले लें
9. आप झपकी ध्यान नहीं कर सकते हैं तो हर एक घंटे के बाद हाथों की हथलियों से अपनी आंखों को 1 मिनट के लिए बंद रखें। इस दौरान गहरी श्वास लें और छोड़े।
10. आप नेति क्रिया भी कर सकते हैं। जैसे सूतनेति और जलनेति करें। इससे आंखों की दृष्टि तेज होती है।