कई लोग जब रात में सोते हैं तो उनके पैर सड़पते रहते हैं या दर्द करते रहते हैं। खासकर पिंडलियां दर्द करती रहती है। ऐसा कई कारणों से होता है। कारणों का पता चलने पर ही हम उसका निदान कर सकते हैं। आओ जानते हैं कि आखिर क्यों सडपते हैं पैर।
कारण : अकसर महिलाओं और पुरुषों में टांगों का दर्द देखा जाता है। महिलाओं में इस दर्द का मुख्य कारण है बहुत देर तक 1.रसोई में काम करना, 2.कपड़े धोना, 3.मधुमेह, 4.हाई हील की चप्पलें पहनना और 5.अधिक चलना। वहीं पुरुषों में इसके मुख्य कारण है 6.कुर्सी में पैर लटकाकर बैठना, 7.अधिक गाड़ी चलाना, 8.ज्यादा खड़ा रहना, 9.सख्त तलवों के जूते पहना आदि।
नोट : यदि डायबिटीज को छोड़कर और कोई कारण हैं तो आप यहां बताए गए योग करके दर्द से छुटकारा पा सकते हैं। उक्त तकलीफ वाले मरीजों के लिए योगासन के साथ ही दर्द से छुटकारा पाने के लिए जीवन शैली में आवश्यक बदलाव लाना भी जरूरी है। ऐसे मरीजों के लिए प्रस्तुत हैं मात्र तीन आसन। उक्त आसनों को नियमित करने से लाभ मिलेगा।
1. दंडासन- दीवार से पीठ लगाकर बैठ जाएं, कूल्हे पूरी तरह से दीवार से स्पर्श करें। घुटने व टांगें सीधे करके बैठ जाएं। योग बेल्ट की मदद से पांव के पंजे अपनी ओर खींचें। इस आसन को दस से पंद्रह मिनट करें, बीच में थकान महसूस होने पर पांव ढीले छोड़ें।
2. पादांगुठासन- पलंग या जमीन पर लेट कर दोनों टांगें सीधी कर लें। दोनों टांगें अपनी ओर खींचें। योग बेल्ट की मदद से टांग को सीधा ऊपर उठाएं। घुटना सीधा व पांव का पंजा अपनी ओर खींच कर रखें। आसन को लगभग एक से तीन मिनट के लिए रोकें। आसन को करते समय सांस न रोकें।
3. पद्मासन- यह आसन बैठकर किया जाता है। पहले पैर लंबे कर आपस में सटा लें फिर बाएं हाथ से दाएं पैर का अंगूठा पकड़कर दाहिने पैर को बाएं पैर की जंघा पर रख दें। फिर बाएं पैर को ऊपर की दाहिनी जंघा पर स्थापित करें। तब दोनों हाथ की कलाइयां घुटनों पर सीधी रखें। दोनों हाथ अंगूठे के पास वाली अंगुली अंगूठे से मिलाएं, बाकी तीन अंगुलियां सीधी रखें। आंखें बंद तथा रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। गर्दन सीधी तथा नासाग्र दृष्टि बनाए रखें अथवा भृकुटी पर चित्त को एकाग्र करें। यह समस्त दुर्भावनाओं का विनाशक पद्मासन कहा जाता है।