बत्ती गुल (1 दिसंबर 2011)

Webdunia
महँगाई को लेकर आम जनता के मन में क्रोध की चिंगारियाँ तो लंबे समय से धधक कर रही थीं, पर अब उन चिंगारियों ने शोलों का रूप ले लिया है। अगर सरकार ने जल्दी ही महँगाई कम करने के सार्थक प्रयास नहीं किए तो यह उसके लिए खतरनाक साबित हो सकता है, राजनीतिक रूप से भी और.... आप प्रश्न तो पढ़िए सब समझ आ जाएगा।

प्रश्न : केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार को थप्पड़ मारने वाले युवक का नाम क्या है?
ऑप्शन - अरे भला ऑप्शन्स की क्या जरूरत, न्यूज चैनल्स ने बार-बार खबर दिखाकर उसका नाम आप सभी को रटा ही दिया होगा।

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यूनिवर्सिटी कैम्पस में लंच करते हुए हमें मिले प्रवीण ठाकुर और पीयूष दुबे। इनकी टिफिन पार्टी में खलल डालते हुए हमने इनसे बत्ती गुल का प्रश्न पूछा। प्रवीण ने तुक्के लगाना शुरू किए। जोगिन्दर सिंह था उसका नाम... नहीं, नहीं राजेन्दर सिंह था। आर से था उसका नाम मुझे याद है। जैसे ही किसी ने पीछे से हरविन्दर सिंह का नाम लिया, इनकी बत्ती जल उठी। मैंने फेसबुक पर इस बारे में देखा था हरविन्दर ने ही थप्पड़ मारा था।

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फिर हमें राह चलते मिले जयेश मौर्य। प्रश्न सुनते ही जयेश शुरू हो गए। अरे वो अण्णा हजारे अअअ... उसकी टीम का ही था कोई...। थोड़ा सोच-विचार करते हुए यह बुदबुदाने लगे किसने मारा था थप्पड़... अमम अण्णा माफी भी माँगने को तैयार है इसके लिए। घर पर पेपर नहीं आता है ना तो....थप्पड़ किसने मारा वो नहीं पता। हाँ, अण्णा की टीम का ही था कोई। (वाह भाई मान गए आपको)

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अंत में हमें मिले जितेन्द्र नागराज। यह बीएएमसी अंतिम वर्ष के छात्र हैं। इनसे प्रश्न पूछते ही इन्होंने भी वहीं कॉमन जवाब दिया। कोई सरदार था, पर नाम कुछ याद नहीं आ रहा। (दिमाग पर थोड़ा जोर डालिए जनाब) कुछ देर रुककर सोचने के बाद शायद इनके दिमाग के सीपीयू की प्रोसेस पूरी हुई तब जाकर इन्होंने कहा- हरविंदर सिंह है उसका नाम। अभी हम सब दोस्त कोलावरी डी गाते हुए उसका नाम ले रहे थे। लो जी, तो पहले ही बता देते।

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अब बारी आई पीयूष की। हाँ तो पीयूष आपको इस बारे में गलती से कुछ पता है? हरविन्दर सिंह ने ही शरद पवार को थप्पड़ मारा था। (अच्छा आप थे वहाँ? अरे मतलब आपको कैसे पता?) अरे पंजाबियों के नाम इसी तरह के तो होते हैं और वह पंजाबी लड़का ही था। इसलिए पक्का हरविन्दर ही है उसका नाम। (यह कौन-सा तरीका हुआ तुक्का लगाने का..?) चलो आप दोनों को बधाई! कैसे भी दिया, पर सही उत्तर दे ही दिया आपने।

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इन्हीं के साथ जा रहे थे विशाल कुशवाह। इन्हें भी इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं थी। सो लगे ये भी तुक्केबाजी की प्रतियोगिता में हाथ आजमाने। सुखविंदर सिंह था शायद उसका नाम। (पक्का?) हाँ कोई सरदार था। न्यूज में देखा था उसे। (नाम ध्यान नहीं है?) सुखविंदर ही है उसका नाम। (पता है आपको या यूँ ही हवा में तीर) बस लग रहा है कि सुखविंदर ही है। ठीक है हमें पक्का यकीन है कि आपकी बत्ती गुल।

कैसी यादाश्त है आप सभी की। इस समय तो हर न्यूज चैनल और अखबार में हरविंदर सिंह का नाम है, फिर आप सभी को इतना सोचना पड़ा। चलिए अब तो आपको सही जवाब पता लग ही गया है न। अगली बार नए सवाल के साथ मिलती हूँ।
- आरती मंडलोई

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