सावन विशेष : माता मंगला गौरी व्रत की आरती, यहां पढ़ें

Webdunia
Mangla Gauri : इस बार 4 जुलाई से मंगलवार को मनाए जाने वाले मंगला गौरी व्रत जारी है। माता मंगला गौरी का यह व्रत वरदान देने वाला माना जाता है। इस दिन माता मंगला गौरी का पूजन करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति-पत्नी में प्रेम बढ़ता है। अत: मंगलवार के दिन माता की आरती पढ़ना बिलकुल भी ना भूलें। यहां पढ़ें... 
 
आरती जय मंगला गौरी माता : Mangla gauri aarti
 
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 
सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
सतयुग शील सुसुन्दर नाम सटी कहलाता हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 
शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 
सृष्टी रूप तुही जननी शिव संग रंगराता नंदी भृंगी बीन लाही सारा मद माता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
देवन अरज करत हम चित को लाता गावत दे दे ताली मन में रंगराता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
 
मंगला गौरी माता की आरती जो कोई गाता सदा सुख संपति पाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।

ALSO READ: Mangala gauri vrat : मंगला गौरी व्रत क्यों करते हैं, जानिए इसके फायदे

ALSO READ: सावन 2023 में कितने होंगे मंगला गौरी व्रत, जानें पूरी लिस्ट

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

श्राद्ध करते समय रखें इन 20 महत्वपूर्ण बातों का ध्यान तभी लगेगा श्राद्ध का फल

Shardiya Navratri 2024: इस अनोखे मंदिर में दी जाती है रक्तहीन बलि, जानिए कहां है ये मंदिर

Shani Gochar : क्रूर ग्रह शनि करेंगे शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश, 4 राशियों की बदल जाएगी किस्मत

Astrology: 18 साल बाद सूर्य, केतु और शुक्र की युति से 3 राशियों के भाग्य पलट गए हैं, होगा बम्पर लाभ

Shardiya Navratri 2024: मां वैष्णो देवी के ये चमत्कारी रहस्य जानकर हैरान रह जाएंगे आप

सभी देखें

धर्म संसार

Shardiya navratri 2024 date: शारदीय नवरात्रि में क्या नवमी और दशहरा एक ही दिन पड़ेगा?

Dashmi shradh 2024: पितृ पक्ष का ग्यारहवां दिन : जानिए दशमी श्राद्ध तिथि पर क्या करें, क्या न करें

27 सितंबर 2024 : आपका जन्मदिन

27 सितंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Sarva Pitru Amavasya 2024: सर्वपितृ अमावस्या पर मंडरा रहा सूर्य ग्रहण का साया, जानें कब से कब तक रहेगा

अगला लेख