मजेदार कहानी : बीरबल का रंग-रूप

Webdunia
एक बार अकबर बादशाह ने अपने प्रिय दरबारी बीरबल से पूछा- तुम इतने काले रंग के कैसे हो गए? बादशाह की बात में कुछ चिढ़ाने वाला पुट भरा था।
 
बीरबल ने कहा- जहांपनाह, जब अल्ला ताला के यहां खैरात बांटी जा रही थी तो उन्होंने सब खैरात प्राणियों के सामने रख दी। सब लोगों ने अपनी इच्छा एवं आवश्यकता के अनुसार उनमें से वस्तुएं चुन ली।

जहांपनाह मैं बुद्धि एवं विद्या ही लेता रह गया। रूप रंग की तरफ ध्यान ही नहीं गया। इसके विपरीत आप मात्र रूप रंग ही लेते रह गए। आपका ध्यान बुद्धि एवं विद्या की तरफ गया ही नहीं।
 
इस प्रकार बीरबल ने यह सिद्ध किया कि वह बुद्धिमान है, किंतु बदसूरत हैं। इसके विपरीत बादशाह खूबसूरत किंतु बेवकूफ हैं।

 

Show comments

मोटापा और डायबिटीज के कारण बढ़ रहा है फैटी लिवर का खतरा, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपाय

सिर्फ पानी की कमी नहीं, इन 5 पोषक तत्वों की कमी से फटते हैं होंठ

गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे

गर्मियों में पैरों से आती है बदबू तो आजमाएं ये 11 उपाय

45 फीसदी डॉक्टर लिख रहे अधूरा पर्चा, 10% तो पूरी तरह गलत

लू लगने से आ सकता है हार्ट अटैक, जानें दिल की सेहत का कैसे रखें खयाल

प्रवासी कविता : बेटियां

Ram Navami 2024: रामलला के जन्मोत्सव पर बनाएं धनिये पंजीरी का प्रसाद, नोट करें विधि

Ram Navami 2024: रामलला का प्रसाद पंजीरी, जानें कैसे बनाते हैं?

कविता : श्रीराम होना चाहिए