अक्षय तृतीया पर बन रहे हैं महाराजयोग, जानिए खरीदी के खास मुहूर्त

Webdunia
मंगलवार, 18 अप्रैल 2023 (06:48 IST)
अक्षय तृतीया का पर्व हर साल वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त है जिसमें से एक है अक्षय तृतीया। इस दिन संपूर्ण दिवस में मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं होता है क्योंकि यह स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है। अर्थात पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहता है। ऐसे में किसी भी समय खरीदारी कर सकते हैं। फिर भी जानिए 22 अप्रैल 2023 के महाराजयोग और शुभ मुहूर्त।
 
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त : प्रात: 07:49 से दोपहर 12:37 तक।
खरीदारी के खास शुभ मुहूर्त :-
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:12 से 01:03 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:44 से 03:35 तक।
अमृत काल : रात्रि 08:58 से 10:35 तक।

शुभ योग :
त्रिपुष्कर योग : सुबह 06:17 से 07:49 तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग : सुबह 11:24 से अगले दिन सुबह 06:16 तक।
अमृत सिद्धि योग : रात्रि 11:24 से अगले दिन सुबह 06:16 तक।
रवि योग : रात्रि 11:24 से अगले दिन 06:16 तक।
 
राजयोग : इस दिन मेष राशि में गुरु, बुध, सूर्य, राहू और यूरेनस मिलकर पंचगृही योग भी बना रहे हैं। इस महासंयोग से कई तरह के योग बन रहे हैं। इस दिन बुध और सूर्य एक ही राशि में रहकर बुद्धादित्य योग बनाएंगे। गुरु मेष में रहकर गजलक्ष्मी योग बनाएगा। शनि कुंभ में रहकर शश नामक राजयोग बना रहा है। वृषभ में शुक्र और चंद्र की युति से कलात्मक योग का निर्माण होगा। 
अक्षय तृतीया के दिन क्या खरीदें-
 
अक्षया तृतीया के दिन क्या कर सकते हैं-

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

ईस्टर संडे का क्या है महत्व, क्यों मनाते हैं इसे?

50 साल बाद सूर्य गोचर से बना शुभ चतुर्ग्रही योग, 3 राशियों के पलट जाएंगे किस्मत के सितारे

लाल किताब के अनुसार किस्मत का ताला खोलने के क्या है अचूक उपाय

गोल्ड पहन रखा है तो हो जाएं सावधान, पहले जान लें कि इसके क्या है नुकसान और सावधानियां

जगन्नाथ मंदिर के गुंबद पर स्थित नीलचक्र और ध्वज का रहस्य जानकर चौंक जाएंगे

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 21 अप्रैल का दैनिक राशिफल, आपकी राशि के लिए आज का भाग्यफल

21 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

21 अप्रैल 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

कैसा गुजरेगा अप्रैल महीने का नया सप्ताह, जानें 12 राशियों का साप्ताहिक राशिफल (21 से 27 तक)

वरुथिनी एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, जानिए व्रत के पारण का समय और कथा

अगला लेख