अनुराधा नक्षत्र : अनुराधा नक्षत्र का स्वामी शनि और राशि स्वामी मंगल होने के कारण इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक पर दोनों ही ग्रहों का प्रभाव रहता है। अनुराधा नक्षत्र में उत्पन्न जातक की जन्म राशि वृश्चिक, राशि स्वामी मंगल, वर्ण ब्राह्मण, वश्य कीट, योनि मृग, महावैर योनि श्वान, गण देव तथा नाड़ी मध्य है।
* प्रतीक चिह्न : तोरण द्वार
* वृक्ष : मौलश्री
* रंग : लाल बादामी
* अक्षर : न
* नक्षत्र स्वामी : शनि
* राशि स्वामी : मंगल
* देवता : मित्र, भैरव
* शारीरिक गठन : सामान्य
* भौतिक सुख : भवन और वाहन
* सकारात्मक पक्ष : यदि मंगल की स्थिति अच्छी है तो ऐसा जातक दर्शन, वेद, पुराण एवं विज्ञान तथा तकनीकी कार्यों में रुचि रखने वाला, कला निपुण, अध्ययनशील, परिश्रमी, उत्साही, प्रयोगवादी, आविष्कारक, शोधकर्ता होता है जिसके चलते उसकी उन्नति होती रहती है। विदेश जाने और वहीं रहने के योग बनते हैं।
नकारात्मक पक्ष : यदि मंगल और शनि दोनों या दोनों में से एक भी कुंडली में खराब स्थिति में है तो जातक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वह गुप्त कार्यों में विशेष निपुण, स्वार्थी, हिंसात्मक प्रवृत्ति, कठोर, क्रूर स्वभाव का बन जाता है।
प्रस्तुति : शताय ु