कोलकाता शहर और बंग्ला संस्कृति से विद्या बालन को खासा लगाव है। फिल्म ‘कहानी’ के बहाने उन्हें इस शहर में शूटिंग करने का अवसर मिला। ‘कहानी’ की कहानी में कोलकाता को नजदीकी से दिखाया गया है।
विद्या बागची दूर लंदन से कोलकाता आती है। वह प्रेग्नेंट है। उत्सवप्रिय इस शहर में वह अकेली और उदास है। कोलकाता वह अपने पति को ढूंढने के लिए आई है। अपने पति को ढूंढने के सारे सूत्र एक-एक कर बिखर जाते हैं और वह ऐसी जगह अपने आपको पाती हैं जहां से कोई रास्ता आगे की ओर नहीं जाता है।
सभी उसे यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि जिस पति को वह ढूंढ रही है उसका कोई अस्तित्व ही नहीं है। धीरे-धीरे उसे अहसास होता है कि जो उसे दिखाया जा रहा है ऐसा वास्तव में कुछ है ही नहीं। विद्या अपनी जिंदगी को खतरे में डालकर अपने तथा अपने पैदा होने वाले बच्चे के लिए सच्चाई पर से परदा उठाने की ठानती है।
निर्देशक के बारे में : 2003 में झंकार बीट्स नामक एक फिल्म आई थी, जिसे प्रशंसा और सफलता दोनों मिली। इसे मल्टीप्लेक्स फिल्म कहा गया क्योंकि बड़े शहरों के मल्टीप्लेक्सेस में यह खूब चली। इसे निर्देशित किया था सुजॉय घोष ने। सुजॉय में फिल्म समीक्षकों ने अपार संभावनाएं देखीं, लेकिन उनकी दूसरी फिल्म होम डिलेवरी (2005) ने सभी को निराश किया। इसके बाद सुजॉय ने महंगे बजट की फिल्म ‘अलादीन’ (2009) बनाई। अमिताभ बच्चन, संजय दत्त जैसे सितारे भी इसे सफल नहीं बना सके। इस बात से इंकार नहीं है कि सुजॉय प्रतिभाशाली हैं। शायद ये बात ‘कहानी’ बेहतर तरीके से कह सके।