ग्लोबल विजन जरूरी है एमबीए के लि‍ए

Webdunia
ND
ND
ग्लोबलाइजेशन के कारण हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा तेजी से बढ़ी है। ऐसी स्थिति में बिजनेस को आगे ले जाने के लिए ग्लोबल विजन की जरूरत होती है और इसके लिए एमबीए बेहतर प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है। एमबीए करने के बाद इंडस्ट्री में आपकी अहमियत बढ़ जाती है।

स्टूडेंट्स का रूझान एमबीए की तरफ तेजी से बढ़ा है। ठीक इसी तरह दूसरे फील्ड जैसे लॉ के स्टूडेंट्स भी एमबीए कर रहे हैं क्योंकि इससे उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में बेहतर करने का मौका मिलता है। आज के समय में एमबीए में विशेषज्ञता हासिल करना बेहद जरूरी हो गया है। साधारण एमबीए करने की तुलना में विशेषज्ञता हासिल किया हुआ स्टूडेंट भीड़ में भी अलग पहचान बना सकता है।

इसीलिए मीडिया, मार्केटिंग के साथ आपदा प्रबंधन जैसे नए-नए विषय जुड़ते जा रहे हैं। वहीं आज एमबीए के स्टूडेंट्स को पढ़ाई करने के बाद नौकरी के साथ उन्हें कई सुविधाएँ भी मिलने लगी हैं। इसीलिए आज हर स्टूडेंट एमबीए की डिग्री पाना चाहता है।

इनमें कर सकते हैं एमबीए:

एचआर सेक्टर :
आज के दौर में कंपनी को अपने और कर्मचारियों के विकास के लिए एचआर (मानव संसाधन) विभाग की सख्त जरूरत महसूस होने लगी है। वैश्वीकरण के युग में हर कंपनी में एचआर विभाग की अपनी अलग अहमियत है। एचआर मैनेजर का काम आज अपनी टीम को साथ लेकर कर्मचारी के हितों का ध्यान रखना है जिससे परोक्ष रूप से कपंनी का हित भी जुड़ा होता है। इसीलिए इन मैनेजर की सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में काफी माँग है।

आपदा प्रबंधन :
डिजास्टर मैनेजमेंट या आपदा प्रबंधन एक चुनौतीपूर्ण फील्ड है। इसमें मैनेजर का कार्यक्षेत्र महज दुर्घटना या प्राकृतिक आपदा के बाद पुनर्निर्माण के कामकाज को संभालना या पीड़ित व्यक्तियों की मदद करना भर नहीं होता है। यह आपदा की पूर्व चेतावनी प्रणाली का विकास और इन हानियों को बेहतर प्रबंधन से कम करने से भी जुड़ा हुआ है।

होटल मैनेजमेंट :
हमारे देश में "अतिथि देवो भवः" प्राचीन परंपरा रही है। ऐसे समय में अतिथि को बेहतर सेवा देना ही होटल मैनेजमेंट के स्टूडेंट्स को सिखाया जाता है। इस इंडस्ट्री के बढ़ते दायरे के कारण देश में होटल और रेस्टोरेंट से लेकर कैंटरिंग, रिजॉर्ट और क्लब तक में आज बेहतरीन और कल्पनाशील मैनेजर्स की ज्यादा जरूरत है।

आईटी सेक्टर :
आज के बाजार और जरूरतों पर नजर डालें तो लगता है कि तकनीक के बिना बहुत-सी बातों के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता है। ऐसे समय में लगता है कि यहाँ कभी भी संभावनाओं की कोई कमी आएगी। इस माहौल में आईटी सेक्टर में एमबीए डिग्रीधारी बेहतर विकल्प तलाश सकते हैं। इन्फोसिस और विप्रो जैसी कंपनियाँ अपने बेहतरीन मैनजरों की मदद से भी ऐतिहासिक कामयाबी हासिल कर सकी हैं।

टेलीकॉम इंडस्ट्री :
टेलीकॉम इंडस्ट्री सबसे तेज गति से बढ़ने वाली इंडस्ट्री में से एक है। यहाँ उन टेक्नो मैनेजर्स की जरूरत है जो बेहतर प्रबंधन के जरिए कंपनी को शीर्ष पर पहुँचाने में मदद कर सकें। इससे स्वयं के विकास के साथ कंपनी के विकास में भी बेहतर सहायक की भूमिका निभा सकें।

मंदिरों का प्रबंधन :
आध्यात्मिक रूझान रखने वाले युवाओं के लिए मंदिर प्रबंधन में आज डिप्लोमा पाठ्यक्रम उपलब्ध है। इसमें मंदिर और इससे जुड़े प्रत्येक पक्ष की जानकारी व बेहतर ढंग से उसका नियोजन करना युवाओं को सिखाया जाता है। भीड़ नियंत्रण,आपातकाल व्यवस्था, मंदिर कोष का सही इस्तेमाल के साथ मंदिर का पूरा मैनेजमेंट आज नए जमाने के मैनेजरों के हाथों में आ गया है।

Show comments

CM सिद्धारमैया ने बताई अपनी प्रेम कहानी, क्या उन्हें मिल पाया अपना प्यार?

गर्मी ने बढ़ाया पानी का संकट, जलाशयों के जल स्तर में भारी गिरावट

मैं ठीक हूं, बुद्धि का इस्तेमाल करें भाजपा नेता : नवीन पटनायक

गोलगप्पों के लिए खूनी खेल, घर की छत से चली ताबड़तोड़ गोलियां, वीडियो हुआ वायरल

Porsche car accident Pune: सबूत छिपाने की कोशिश, आरोपी का पिता न्यायिक हिरासत में

आराध्‍य चतुर्वेदी ने 12वीं CBSE परीक्षा में हासिल किए 94.8% अंक

प्राइमरी टीचिंग में करियर बनाएं

दिल्ली केंद्रों पर 15 मई को होने वाली CUET-UG परीक्षा स्थगित

CBSE Supplementary Exam : सीबीएसई 10वीं और 12वीं की पूरक परीक्षा 15 जुलाई से

Gujarat Secondary Education Board 12th का रिजल्ट घोषित, कॉमर्स में टूटा रिकॉर्ड