आहार के लिए जरूरी रेशा यानी फाइबर

Webdunia
FILE
आपके भोजन में रेशा यानी फाइबर उतना ही जरूरी है जितना कि प्रोटीन, विटामिन या मिनरल।

फल, सब्जी, साबुत अनाज और दालों से रेशा प्राप्त किया जा सकता है। भारतीय भोजन में रेशा मौसमी फल, रोटी, सब्जी, तुअर दाल, उड़द दाल, मूंग की दाल, राजमा आदि से प्राप्त हो सकता है।

रेशा या फाइबर पेट को साफ रखने में मदद करता है। सिर्फ इतना ही नहीं भोजन में पर्याप्त फाइबर, डाइबिटीज, कैंसर, हृदय रोग और मोटापे को भी दूर रखता है।

रेशा प्रिबायोटिक है। इससे कोलोन में मित्र बैक्टीरिया में वृद्धि होती है।

फाइबर एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है।

डाइट में लिया गया फाइबर बुरे कॉलेस्ट्रॉल को भी बढ़ने से रोकता है।

रेशे वाला भोजन खाने की संतुष्टि देता है। इससे पेट भरा रहता है।

इसके विपरीत रेशे रहित पदार्थ मैदा इत्यादि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

मेडिटेशन करते समय भटकता है ध्यान? इन 9 टिप्स की मदद से करें फोकस

इन 5 Exercise Myths को जॉन अब्राहम भी मानते हैं गलत

क्या आपका बच्चा भी हकलाता है? तो ट्राई करें ये 7 टिप्स

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

Metamorphosis: फ्रांत्स काफ़्का पूरा नाम है, लेकिन मुझे काफ़्का ही पूरा लगता है.