बचिए ब्रेन स्ट्रोक से

-रितेश गोयनका

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अक्सर सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक (मस्तिष्कीय आघात) की संभावना बढ़ जाती है। कारण यह कि ठंड के कारण रक्त वाहिनियाँ सिकुड़ जाती हैं। इससे उनमें बहने वाले रक्त का दबाव बढ़ जाता है और रक्त वाहिनियों के फटने की संभावना उत्पन्न हो जाती है। यदि मस्तिष्क में रक्त वाहिनी फट पड़ती है तो नतीजा होता है ब्रेन स्ट्रोक।

अचानक भयंकर सिरदर्द होना, चक्कर आना, संतुलन बिगड़ना, एक ओर के हाथ-पैर में कमजोरी महसूस होना, धुंधला अथवा दोहरा दिखाई देना, चलने-बोलने में दिक्कत होना ब्रेन स्ट्रोक की चेतावनियाँ हो सकती हैं। इनके नजर आने पर बिना देर किए डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

ठंडे मौसम में ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के लिए कुछ आसान उपाय अपनाए जा सकते हैं:

ठंड से शरीर का बचाव करें। अधिक ठंड के वक्त (रात को, अलसुबह) घर से बाहर न निकलें। पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें।

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नियमित रूप से कसरत करें।

अपना वजन बढ़ने न दें।

धूम्रपान व मदिरापान से बचें।

भोजन में नमक तथा सैच्युरेटेड फैट की मात्रा सीमित करें।

ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखें। यदि उच्च रक्तचाप के मरीज हैं, तो यह और भी जरूरी है। साथ ही डायबिटीज के मरीज भी ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित रखें। कॉलेस्ट्रॉल स्तर भी बढ़ने न दें।

तनाव से दूर रहें। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ।

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