बनके खुशबू महकती रहीं बेटियाँ

Webdunia
डॉ. अनु सपन
NDND
मेरे घर में चहकती रहीं बेटियाँ
शहरभर को खटकती रहीं बेटियाँ

ओढ़कर स्वप्न सारा शहर सो गया
राह पापा की तकती रहीं बेटियाँ

अब की तनख्वाह पे ये चीज लाना हमें
कहते-कहते झिझकती रहीं बेटियाँ

बेटी होना है अपराध इस देश में
सुनते-सुनते सिसकती रहीं बेटियाँ

छोड़ माँ, बाप, बेटा, बहू चल दिए
बनके खुशबू महकती रहीं बेटियाँ

अम्मा, दादा के आँसू के अंगार पर
बनके बदली बरसती रहीं बेटियाँ

सज के दुल्हन नई जब जली हो कहीं
मन ही मन में दहकती रहीं बेटियाँ

इस जमाने ने शर्मोहया, बेच दी
राह चलते सहमती रहीं बेटियाँ।

Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

मेडिटेशन करते समय भटकता है ध्यान? इन 9 टिप्स की मदद से करें फोकस

इन 5 Exercise Myths को जॉन अब्राहम भी मानते हैं गलत

क्या आपका बच्चा भी हकलाता है? तो ट्राई करें ये 7 टिप्स

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

Metamorphosis: फ्रांत्स काफ़्का पूरा नाम है, लेकिन मुझे काफ़्का ही पूरा लगता है.