सर्दी, बुखार और खांसी में इन्हें आजमाएं

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अजवायन, पीपल, अडूसा के पत्ते तथा पोस्त-डोडा- इनका क्वाथ बनाकर पीने से खांसी, श्वास तथा कफ ज्वर का इलाज होता है।

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संभालू के पत्तों का क्वाथ और पीपल का चूर्ण मिलाकर पीने से कफ ज्वर का नाश होता है।

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हल्दी और दूध गर्म कर उसमें थोड़ा सा नमक और गुड़ डालकर बच्चों को पिलाने से जुकाम तथा कफ रोग मिटता है।


नागरबेल के पत्ते पर एरंड का तेल लगाकर और उसे थोड़ा सा गर्म करके छोटे बच्चों की छाती पर रखकर गर्म कपड़े से हल्का सेंक करने से बालक की छाती में जमा कफ पिघल कर निकल जाता है।


हींग को शराब में खरल करके सुखा लें, उसे दो रत्ती की मात्रा में लेकर मक्खन के साथ खाने से खांसी, श्वास और दूषित कफ विकार ठीक हो जाता है।


पुदीने का ताजा रस या अर्क कफ, सर्दी एवं मस्तिष्क दर्द में अत्यंत उपयोगी है।

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