भारत के सामने झुका ‘कमजोर’ इटली

Webdunia
गुरुवार, 8 मार्च 2012 (00:37 IST)
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विशेषज्ञ इसे इटली सरकार की पहली बड़ी विदेशी राजनयिक विफलता करार दे रहे हैं जहां दो भारतीय मछुआरों की हत्या के मामले में गिरफ्तार दो इतालवी मरीन का भविष्य एक बड़ी ताकत के रूप में उभर रहे भारत के साथ उसके राजनयिक संकट के गहरा सकता है।

इटली के तेल टैंकर पर तैनात मरीन मास्सिमिलिआनों लातोरे और साल्वातोर गिरोने ने कथित रूप से 15 फरवरी को दो भारतीय मछुआरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मरीन ने कहा कि उनके पोत का पीछा एक छोटा और तेज रफ्तार जहाज कर रहा था।

कई पर्यवेक्षकों ने मरीन के मामले में हस्तक्षेप के इटली के प्रयासों पर सवाल उठाया है जो अब भी भारत के हिरासत में हैं। आलोचकों का कहना है कि इटली इस प्रयास में यूरोपीय संघ को शामिल कर अच्छा कर सकती थी।

भारत की अदालत द्वारा मरीन को जेल में भेजे जाने के बाद कोरिइरे देला सेरा दैनिक ने अपने संपदाकीय में लिखा, 'सरकार ने ढुलमुल और उसके बाद निस्संदेह कमजोर रूख अख्तियार करने के बाद अचानक कदम उठाया है।'

यूरोपीय विश्वविद्यालय संस्थान में कानून के प्रोफेसर फ्रासेस्को फ्रानसिओनी ने कहा पूर्व सरकार के प्रतिनिधियों समेत कई लोगों का इटली में इस बात को लेकर दबाव है कि एक कड़ा रूख अपनाया जाए। (भाषा)

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