अगले वर्ष तक दो सौ अरब डॉलर का निर्यात

Webdunia
रविवार, 30 मार्च 2008 (17:26 IST)
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने कहा है कि यदि सरकार मौजूदा विदेश व्यापार नीति में कोई बदलाव नहीं करे तो वर्ष 2009 के अंत तक देश का निर्यात 200 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है।

सीआईआई के एक अध्ययन में कहा गया है कि यदि सरकार इस वर्ष निर्यात बढ़ाने के लिए कुछ योजनाएँ लाना चाहती हैं तो भी पहले जारी सुविधाएँ और योजनाएँ जारी रहनी चाहिए। अध्ययन के मुताबिक लोगों ने कहा है कि यदि सरकार विदेश व्यापार नीतियों में बदलाव नहीं करना सुनिश्चित करें तो भारत अंतरराष्ट्रीय बाजार का एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकता है।

लोगों का कहना है कि निर्यात को बढ़ावा देने वाली सुविधाएँ जैसे डयूटी इनटाइटलमेंट पासबुक, एक्सपोर्ट प्रोमोशन, कैपिटल गुडस् और डयूटी फ्री इंपोर्ट आथोराईजेशन जारी रहनी चाहिए।

अध्ययन में कहा गया है कि सरकार को आयात और निर्यात से संबद्ध नीतियों का सरलीकरण करना चाहिए जिससे मध्यम और लघु स्तर के व्यवसायियों को कारोबार करने में सुविधा हो सके। इससे देश का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।

विदेशी व्यापार महानिदेशालय के क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारों को बढ़ाया जाना चाहिए जिससे वे स्थानीय स्तर पर निर्यातकों के प्रस्तावों का अनुमोदन कर सके। मौजूदा व्यवस्था के अनुसार इस तरह के सभी प्रस्ताव अनुमोदन के लिए नई दिल्ली भेजे जाते हैं।

Show comments

5वें चरण में 57.40 फीसदी मतदान, बारामूला में टूटा वोटिंग का रिकॉर्ड, जानें कहां कितने प्रतिशत पड़े वोट

वाइस प्रेसिडेंट मुखबेर ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने, भारत में 1 दिन का शोक

भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुस्त रही मतदान की रफ्तार, आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर उठाए सवाल

AAP की मुश्किलें बढ़ीं, ED की चार्जशीट में खुलासा अमेरिका, ईरान, यूएई जैसे देशों से मिली करोड़ों की फंडिंग

दिग्विजय सिंह का दावा, I.N.D.I.A. गठबंधन को वैसा ही समर्थन मिल रहा, जैसा 1977 में...

Weather Updates: अगले 5 दिनों तक नहीं मिलेगी गर्मी से राहत, Kerala में भारी बारिश का अलर्ट

Pune accident : बिना रजिस्ट्रेशन सड़कों पर दौड़ रही थी लक्जरी पोर्शे कार, नहीं किया था 1,758 रुपए के शुल्क का भुगतान

कंगना ने विक्रमादित्य को कहा बिगड़ैल शहजादा, मां पर भी किया तंज

छात्रा से दुष्कर्म और वीडियो सार्वजनिक करने के दोषी शिक्षक को 25 साल की जेल

क्या है भरतपुर रियासत के पूर्व राजपरिवार की लड़ाई, जो कोर्ट की दहलीज तक आई?