बच्चों को न दें मौत का सामान

चाइना के खिलौने के दुष्प्रभाव

गायत्री शर्मा
NDND
कम दाम में बढ़िया खिलौनों की चाह हमें चाइना के खिलौनों की ओर खींच ले जाती है। आजकल के बच्चों में भी चाइना के खिलौनों से खेलने की रुचि में बढ़ावा हुआ है, जिसके कारण भारत में इन खिलौनों की बिक्री में बहुत अधिक इजाफा हुआ है।

पाँच-छह महीने के बच्चों को भी हँसाने और खुश करने के लिए उनके माता-पिता उनके हाथ में चाइना के सुंदर खिलौने थमा देते हैं और नासमझ बच्चे भी इन खिलौनों को मुँह में लेकर इनसे खेलने लगते हैं। जब इन खिलौनों के दुष्प्रभाव बच्चों पर हावी होने लगते हैं तब कहीं जाकर माता-पिता को अपनी भूल का अहसास होता है।

यदि आप भी अपने बच्चे का बेहतर स्वास्थ्य व सुरक्षित भविष्य चाहते हैं तो भूलकर भी अपने बच्चों के हाथ में उनकी मौत का ये सामान मत दीजिएगा।

चाइना खिलौनों के दुष्प्रभाव :
* इन खिलौनों को बनाने में लेड, क्रोमियम और कैडमियम जैसे विषाक्त रसायनों का प्रयोग होता है, जिससे कई प्रकार की बीमारियाँ होने की आशंका रहती है।

* लेड बच्चों के मस्तिष्क व तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिसके परिणामस्वरूप बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं।

* कैडमियम बच्चों की किडनी पर अपने दुष्प्रभाव छोड़ता है।

* वैज्ञानिकों के अनुसार इन खिलौनों के लगातार इस्तेमाल से भविष्य में पेट दर्द, कैंसर, रक्ताल्पता, कब्ज, सिरदर्द आदि बीमारियों के होने की आशंका बढ़ जाती है।

* चाइना के खिलौनों को रंगने के लिए लेड धातु का इस्तेमाल किया जाता है, जिसकी अधिक मात्रा से रक्तचाप की शिकायत बढ़ जाती है।

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