नरेन्द्र मोदी के स्‍वागत में दुल्हन की तरह सजा भूटान

Webdunia
रविवार, 15 जून 2014 (00:17 IST)
थिम्पू/नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहली विदेश यात्रा पर भूटान जाने से हिमालय की वादियों में बसे इस छोटे से किन्तु भारत के बहुत ही भरासेमंद रणनीतिक सहयोगी देश में उल्लास और उत्सव का माहौल है। समूचा भूटान दुल्हन की तरह सजा दिया गया है।
PTI


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी भूटान यात्रा से पहले कहा, 'मैं पहले से ही मजबूत संबंधों को और मजबूत करने अत्यंत खुशी एवं दृढ़ इच्छा के साथ भूटान जा रहा हूं।'

भूटान के एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पारो से थिम्पू तक लगभग 65 किलोमीटर के मार्ग के दोनों ओर रंग-बिरंगे झण्डों के साथ दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए हैं। सड़क के प्रमुख स्थानों पर मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री लोछेन शेरिंग तोबगे की हाथ मिलाते समय खींची गईं तस्वीरें बड़े आकार में लगाई गई हैं। मार्ग में चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा के लिए भूटानी सेना के जवानों को तैनात किया गया है।

भूटानी प्रधानमंत्री ने मीडिया से बातचीत में मोदी के अपनी पहली विदेश यात्रा पर भूटान आने को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वे इससे अभिभूत एवं गौरवान्वित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी की भूटान यात्रा हमारे रिश्तों के एक पर्व जैसी है तथा इससे हमारे संबंध और प्रगाढ़ होंगे।

तोबगे ने कहा कि भारत विगत 50-60 वर्षों से भूटान के साथ एकजुटता से खड़ा है। भूटान ने भी बहुत प्रगति की है। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की बेहद खुशी है कि भूटान के एक बहुत घनिष्ठ मित्र हमारे मेहमान बनकर आ रहे हैं।

मोदी दो दिन की भूटान यात्रा पर कल पूर्वाह्न थिम्पू पहुंचेंगे। उनके साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव सुजाता सिंह भी जा रही हैं। मोदी भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, पूर्व नरेश एवं चौथे द्रुक ग्याल्पो जिग्मे सिंग्ये वांगचुक और प्रधानमंत्री तोबगे से मिलेंगे। अगली सुबह भूटानी संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह एक पनबिजली परियोजना का शिलान्यास करेंगे। मोदी भूटान की संसद में विपक्ष के नेता डॉ. पेमा ग्याम्त्सो से भी मिलेंगे। सोमवार को अपराह्न वह स्वदेश लौटेंगें।

नई दिल्ली में भारत की विदेश सचिव ने प्रधानमंत्री मोदी की पहली विदेश यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि भूटान के साथ भारत के संबंध अद्वितीय एवं बहुत घनिष्ठ हैं। हमारे ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों ने हमें स्वाभाविक मित्र एवं साझीदार बनाया है। श्रीमती सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा से पता चलता है कि भारत सरकार भूटान के साथ संबंधों को कितनी उच्च प्राथमिकता देती है और वह पड़ोसी देशों के साथ कैसे संबंधों को कल्पना करती है।

राजनयिक सूत्रों के अनुसार मोदी की भूटानी नेतृत्व से द्विपक्षीय बातचीत आपसी व्यापार में वृद्धि पनबिजली सहित विभिन्न विकास परियोजनाओं में सहयोग, सांस्कृतिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने और मीडिया पर्यटन एवं शिक्षा में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित होगी जबकि उत्तरी भूटान में चीन की सेना द्वारा अतिक्रमण तथा दक्षिण भूटान में पूर्वोत्तर के उग्रवादियों की गतिविधियों पर भी चर्चा होगी और दोनों देशों के रणनीतिक हितों की रक्षा के उपायों पर भी विचार किया जाएगा। (वार्ता)

वेबदुनिया पर पढ़ें

Show comments

जरूर पढ़ें

Israel-Iran Conflict : इजराइल-ईरान में क्यों है तनाव, भयंकर युद्ध हुआ तो भारत पर क्या होगा असर

एयर इंडिया विमान हादसे का क्या कनेक्शन है जगन्नाथ मंदिर और अच्युतानंद महाराज की गादी से

विमान हादसे में तुर्की का तो हाथ नहीं? बाबा रामदेव के बयान से सनसनी

इंसानी गलती या टेक्नीकल फॉल्ट, AI-171 के ब्लैक बॉक्स से सामने आएगा सच, जानिए कैसे खोलते हैं हादसे का राज

डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान के पास बातचीत का दूसरा मौका, परमाणु समझौता कर तबाही को बचा लो

सभी देखें

नवीनतम

कौन था केदारनाथ के पास क्रैश हेलीकॉप्टर का पायलट राजवीर सिंह चौहान, क्या था उसका सेना से कनेक्शन?

ब्रिटेन के F35 फाइटर प्लेन की तिरुवनंतपुरम में इमरजेंसी लैंडिंग, क्या है इस लड़ाकू विमान की विशेषता?

LIVE: AAIB करेगी हेलीकॉप्टर क्रैश की जांच, DGCA ने लिया बड़ा फैसला

दिल्ली से मुंबई तक बदला मौसम का मिजाज, क्या है मानसून का हाल?

इजराइल-ईरान की लड़ाई में फंसे जम्मू कश्मीर के 1300 छात्र