लश्कर भी अलकायदा, तालिबान जैसा खतरनाक

Webdunia
गुरुवार, 22 जुलाई 2010 (13:48 IST)
अमेरिका ने कहा कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोइबा भी तालिबान और अलकायदा जितना ही खतरनाक है। अमेरिका का मानना है कि लश्कर तालिबान और अलकायदा के साथ मिल कर काम कर रहा है तथा पाकिस्तान से कहा गया है कि वह इन्हें अपने यहाँ पैर न जमाने दे।

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए विशेष अमेरिकी दूत रिचर्ड होलब्रुक ने मुंबई हमले के षड्यंत्रकारियों को न्याय के दायरे में लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान ने इस सिलसिले में कुछ कदम उठाए हैं लेकिन ये कदम पर्याप्त नहीं हैं।

होलब्रुक ने अफगानिस्तान के हालात के बारे में अपने नजरिये से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि भारत को अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

उन्होंने जोर दे कर कहा कि अमेरिका इस संभावना को धूमिल करने की कोशिश नहीं कर रहा है।

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान के सहयोग के बिना स्थिरता नहीं आ सकती।

संवाददाताओं के साथ बातचीत में होलब्रुक ने कहा कि लश्कर-ए-तोइबा का लक्ष्य भारत और पाकिस्तान के बीच अधिकतम समस्याएँ पैदा करना और पश्चिमी देशों के हितों के खिलाफ काम करना है।

उनसे पूछा गया कि अमेरिका जिस तरह तालिबान और अलकायदा से निपट रहा है, ऐसा नहीं लगता कि वह उसी तरह से लश्कर से निपट रहा है। इस पर होलब्रुक ने कहा कि हम बड़े आतंकी समूहों के बारे में बात करते हैं तो हम उन्हें अन्य गुटों की तरह ही खतरनाक समझते हैं। (भाषा)

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