विक्टोरियाई सरकार की आलोचना

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संयुक्त राष्ट्र की एक समिति ने मेलबर्न में भारतीय छात्रों पर हमलों के पीछे नस्लभेदी उद्देश्यों की उपेक्षा करने के लिए विक्टोरिया की सरकार और पुलिस की आलोचना की है।

‘द एज’ में प्रकाशित खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के पैनल ने विक्टोरिया में विदेशी छात्रों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की और पुलिस के पास इन हमलों के शिकार हुए प्रवासी लोगों के बारे में आँकड़े नदारद होने की निंदा की है।

खबर के मुताबिक नस्लभेद को खत्म करने के ऑस्ट्रेलिया के प्रयासों की पड़ताल करने के बाद समिति ने पिछले सप्ताहांत जिनेवा में अपनी आलोचनात्मक रिपोर्ट सौंपी थी। पैनल ने अपनी अंतिम रिपोर्ट में विक्टोरिया प्रान्त में भारतीय छात्रों पर हुए सिलसिलेवार नस्लभेदी हमलों पर गहरी चिंता जाहिर की है।

समिति ने इन हरकतों के पीछे काम कर रही नस्लभेदी मानसिकता को खत्म करने में सरकार तथा पुलिस की नाकामी पर अफसोस भी जाहिर किया है। पैनल की यह रिपोर्ट भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त पीटर वर्गीस की उस चेतावनी के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने इस साल भारत से ऑस्ट्रेलिया जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 70 प्रतिशत तक कमी आने की आशंका जाहिर की थी।

पिछले एक साल के दौरान भारतीय छात्रों पर सिलसिलेवार हमलों के बाद विदेशी छात्रों के पसंदीदा अध्ययन केन्द्र के रूप में ऑस्ट्रेलिया की छवि को जोरदार झटका लगा है। (भाषा)

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