वकील संगठन नहीं लड़ेगा रेप केस

Webdunia
शुक्रवार, 28 दिसंबर 2012 (19:46 IST)
ओडिशा के केंद्रपाड़ा में वकीलों के संगठन ने एक मिसाल कायम करते हुए फैसला किया है कि वे बलात्कार, छेड़छाड़ जैसे मामलों में आरोपी लोगों के मामलों से दूर रहेंगे।

उनके इस कदम की कई क्षेत्रों में सराहना की जा रही हैद, वहीं कानूनी बिरादरी में इसको लेकर तीखी चर्चा हो रही है और इस पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। यह ध्यान देने वाली बात है कि पिछले दिनों केंद्रपाड़ा जिले में अदालत में पेश दो युवाओं के बचाव में कोई वकील उपस्थित नहीं हुआ। युवकों को छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

दो युवकों रश्मि रंजन मुदुली (28) और उत्तम दास (29) को अनुमंडलीय न्यायिक मजिस्ट्रेट मधुमिता मोहंती की अदालत में पेश किया गया। दोनों पर कॉलेज की कुछ छात्राओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। दोनों आरोपियों के पक्ष में किसी वकील के उपस्थित नहीं होने के बीच अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

केंद्रपाड़ा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ध्रुव चरण जेना ने कहा कि हमने फैसला किया कि हम इस तरह के आरोपियों का बचाव नहीं करेंगे। यह फैसला किए जाने के बाद दोनों आरोपियों का मुकदमा पहला ऐसा मामला था।

जेना ने कहा कि दिल्ली में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद हुए जन आंदोलन को देखते हुए हमने ऐसा फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वकीलों के संगठन ने अपने सदस्यों पर कोई फैसला थोपा नहीं है। यह फैसला अनिवार्य नहीं बनाया गया है। यह फैसला नैतिक मूल्यों पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि एसोसिएशन को उम्मीद है कि इस कदम का असर होगा, हालांकि देश के कानून के अनुसार हर आरोपी को कानूनी तरीके से अपना बचाव करने का अधिकार है। हालांकि कुछ हलकों में इस फैसले पर सवाल भी खड़े किए गए हैं। (भाषा)

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