सिद्धवट

Webdunia
ND
भैरवगढ़ के पूर्व में विमल जल-वाहिनी शिप्रा के मनोहर तट पर 'सिद्धवट' का स्थान है । 'प्रयाग' में जिस प्रकार ' अक्षयवट' हैं, नासिक में पंचवट हैं, ' वृंदावन' में वंशीवट हैं तथा गया में ' गयावट' हैं, उसी प्रकार उज्जैन में पवित्र ' सिद्धवट' हैं।

वैशाख मास में यहाँ भी यात्रा होती हैं। कर्मकाण्ड, मोक्ष कर्म, पिण्डदान एवं अंत्येष्टि के लिए प्रमुख स्थान माना जाता हैं। नागबलि, नारायण बलि-विधान प्राय: यहाँ होता रहता है।

वट वृक्ष के मूल पर, कहते हैं, मुगल बादशाहों ने धार्मिक महत्व जानकर कुठार चलाया था, वृक्ष नष्ट कर उस पर लोहे के बहुत मोटे पतरे-तवे जड़ा दिए थे। कहते हैं कि उस पर भी अंकुर फूट निकले, आज भी वृक्ष हरा-भरा है। मंदिर में फर्श लगी हुई है।
  भैरवगढ़ के पूर्व में विमल जल-वाहिनी शिप्रा के मनोहर तट पर 'सिद्धवट' का स्थान है। 'प्रयाग' में जिस प्रकार 'अक्षयवट' हैं, नासिक में पंचवट हैं, 'वृंदावन' में वंशीवट हैं तथा गया में 'गयावट' हैं, उसी प्रकार उज्जैन में पवित्र 'सिद्धवट' हैं।      


भावु‍क समाज अभिषेक-पूजन, भेंट चढ़ाता रह‍ता है। यहाँ शिप्राजी की विस्तृत धारा बहती है।दृश्‍य बड़ा सुंदर है। प्रतिभा भी सिद्धवट की तरह होती है। आप उसे सात तवों से ढँक दें तो भी वह उन्हें फाड़कर बाहर आती है।

साधकों और लेखकों को यहाँ सदैव प्रेरणा मिलती रहती है।

- साभा र : जयत ि ज य उज्जयिनी

Show comments

Nautapa 2024: नौतपा में यदि ये 4 पेड़- पौधे लगा दिए तो जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहेगी, कुंडली के ग्रह भी होंगे मजबूत

Mandir puja samay : मंदिर में यदि इस समय की पूजा तो नहीं मिलेगा फल

Bada Mangal 2024 : जानें कब-कब रहेगा बड़ा मंगल, कर लिया इस दिन व्रत तो भाग्य बदल जाएगा

Tulsi : तुलसी के पास लगाएं ये तीन पौधे, जीवनभर घर में आएगा धन, मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी

Astro prediction: 18 जून को होगी बड़ी घटना, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है भविष्यवाणी

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आर्ट ऑफ लिविंग अंतर्राष्ट्रीय केंद्र का दौरा किया

Chaturgrahi yog 2024 : 100 साल बार चतुर्ग्रही से 4 राशियों को होगा अचानक से धनलाभ

Chanakya niti : इन 7 लोगों को त्याग देने में ही भलाई है, वर्ना पछताओगे

28 मई 2024 : आपका जन्मदिन

28 मई 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त