सेंसेक्स 5000 की राह पर तो नहीं

Webdunia
शनिवार, 25 अक्टूबर 2008 (10:38 IST)
सेंसेक्स ने एक साल से कम समय में दर्जनभर से ज्यादा बार हजार अंकों की सीमा पार की है और अब बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि 5000 के स्तर को तोड़ना भी सेंसेक्स के लिए कोई बड़ी बात नहीं होगी।

सेंसेक्स शुक्रवार को करीब ढाई साल में 9000 के स्तर से नीचे गिरकर 8701.07 के स्तर पर बंद हुआ, लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि बिकवाली का निचला स्तर अभी देखना बाकी है।

बेंचमार्क में इक्कीस जनवरी को हुई 1408 अंकों की गिरावट के बाद आज दूसरी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई, जब सेंसेक्स ने 1071 अंकों का गोता खाया। दस जनवरी को सेंसेक्स 21206.77 के स्तर की रिकार्ड ऊँचाई से 12500 अंक गिरा था।

विशेषज्ञों ने कहा कि भारतीय बाजारों के लिए और मुश्किलें सामने हैं, क्योंकि वैश्विक बाजारों में सुधार के कोई संकेत नहीं हैं और अमेरिका एवं ब्रिटेन जैसी विशाल अर्थव्यवस्थाओं में अपरिहार्य मंदी की खबरों के बाद अफरातफरी मच गई है।

टॉरस म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक आरके गुप्ता ने कहा कि मौजूदा परिस्थिति में कुछ भी संभव है। बाजार में हो रही मौजूदा गिरावट के कारण अगले छह महीने में सेंसेक्स 5000 के स्तर पर आ सकता है।

गुप्ता ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में थोड़ा सुधार हो सकता है, लेकिन इसके बाद नुकसान ही होगा। केजरीवाल रिसर्च एंड इन्वेस्टमेंट सर्विसेज (क्रिस) के अरुण केजरीवाल ने कहा कि बाजार में सिर्फ बिकवाली और निराशा है। कोई नहीं जानता कि कहाँ अंत होगा और कब अंत होगा। हालाँकि एक चीज साफ है कि निम्नतम स्तर अभी नहीं आया है।

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