जाँनिसार अख्तर के मुनफ़रिद अशआर

Webdunia
1. ये ठीक है कि सितारों पे घूम आए हम
मगर किसे है सलीक़ा ज़मीं पे चलने का

2. हमने बरसों इन्ही ज़र्रों से मोहब्बत की है
चाँद तारों से तो कल आँख लड़ी है य ार ो

3. आँखों में जो भर लोगे तो कांटों से चुभेंगे
ये ख्वाब तो पलकों पे सजाने के लिए हैं

4. हमने उन तुन्द हवाओं में जलाए हैं चिराग़
जिन हवाओं ने उलट दी हैं बिसातें अक्सर

5. मैं चाहे सच ही ब ोलूँ हर तरह से अपने बारे में
मगर तुम मुस्कुराती हो तो झूटा हो सा जाता हूँ

6. टूटी-टूई सी हर आस लगे
ज़िन्दगी राम का बनवास लगे

7. कुछ समझ कर ही खुदा तुझको कहा है वरना
कौन सी बात कही इतने यक़ीं से हमने
Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

Negative Thinking: नकारात्मक सोचने की आदत शरीर में पैदा करती है ये 5 बीमारियां

नॉर्मल डिलीवरी के लिए प्रेगनेंसी में करें ये 4 एक्सरसाइज

ऑफिस जाने का नहीं करता है मन! आ रहा है नौकरी बदलने का विचार? तो खुद से पूछें ये 5 सवाल

जामुन और दालचीनी की ये ड्रिंक बेली फैट घटाने के लिए है रामबाण